ट्वंटी20 वर्ल्ड चैंपियन बना श्रीलंका
ट्वंटी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में इंडिया को 6 विकेट से हराकर श्रीलंका ने ट्वंटी20 वर्ल्ड कप 2014 अपने नाम कर लिया। 1996 के वर्ल्ड कप के बाद आज श्रीलंका ने वर्ल्ड टाइटल जीता है। इस जीत के साथ ही इंडिया का दूसरी बार ट्वंटी20 वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना टूट गया। अपना आखिरी मैच खेल रहे कुमार संगाकारा (52 नॉटआउट) और महेला जयवर्धने (24) इस जीत के असली हीरो रहे। अब ये दोनों खिलाड़ी इंटरनेशनल ट्वंटी20 क्रिकेट नहीं खेलेंगे।
131 रन का लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका ने 13 बॉल बाकी रहते हुए 4 विकेट के नुकसान पर यह लक्ष्य हासिल कर लिया। शुरूआती झटके के बाद श्रीलंका की टीम ने शानदार वापसी करी और इंडिया को मैच में पूरे तरीके से वापस आने का कोई मौका नहीं दिया। संगाकारा ने थिसारा परेरा(नॉटआउट 23) के साथ मिलकर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। संगाकारा को अपनी जिताऊ पारी के लिए मैन ऑफ दे मैच चुना गया। इंडिया की तरफ से किसी गेंदबाज ने खास प्रदर्शन नहीं किया, सुरेश रैना, मोहित शर्मा, अमित मिश्रा और आर अश्विन ने 1-1 विकेट लिया।
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया की शुरूआत अच्छी नहीं रही और न ही इंडियन पारी का अंत अच्छा रहा। कोहली और रोहित शर्मा के अलावा हर खिलाड़ी श्रीलंका के गेंदबाजों के आगे संघर्ष करते हुए दिखा। विराट कोहली की 58 गेंदों पर 77 रन की साहसी पारी की बदौलत इंडिया 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर केवल 130 रन ही बना पाई। विराट के अलावा रोहित शर्मा ने 26 गेंदों पर 29 रन की पारी खेली। उनके अलावा हर बल्लेबाज दबाव में दिखा। युवराज सिंह ने 21 गेंदों में 11 रन की बेहद धीमी पारी खेलकर इंडिया की रनों की गति पर रोक लगाई। इंडिया ने आखिर के 4 ओवर में केवल 19 रन ही बनाए।
इस अहम मैच में ओपनिंग करने उतरे अंजैक्य रहाणे मैच का प्रैसर नहीं झेल पाए और दूसरे ओवर में एंजलो मैथ्यूज के बॉल को हिट करने के चक्कर में आउट हो गए। क्रीज पर आए विराट ने राहित शर्मा के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी की और इसके बाद जल्दी रन बनाने के चक्कर में रोहित रंगना हेराथ की बॉल पर सेनानायको को कैच थमा बैठे। श्रींलंका के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की और इंडिया के खिलाड़ियों को रन नहीं बनाने दिए। रंगना हेराथ ने 4 ओवर में 23 रन देकर 1 निकेट लिया। इसके अलावा अंत के 4 ओवर में मलिंगा , नुवान कुलसेकरा और सेनानायके ने भारतीय बल्लेबाजों को केवल 19 रन ही बनाने दिए।
इस मैच में भी कोहली की शानदार फॉम जारी रही लेकिन उनकी 72 रन की पारी भी इंडिया को जीत नहीं दिला सकी। वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 319 रन बनाने के लिए कोहली को मैन ऑफ द सीरिज चुना गया।