सात विदेशी कोचों के बदले एक भारतीय कोच
नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 16 अप्रैल से यूएई में शुरू होने जा रहे सातवें संस्करण में इस बार सात विदेशी कोचों के मुकाबले एक भारतीय कोच की चुनौती रहेगी।
आईपीएल की आठ टीमों में पूर्व भारतीय ऑलराउंडर संजय बांगड ही एकमात्र भारतीय कोच हैं जो किंग्स इलेवन पंजाब के साथ जुडे हुए हैं। अन्य सभी टीमों ने विदेशी कोचों की सेवाएं ले रखी हैं।
गत चैंपियन मुंबई इंडियंस के पास कोच के रूप में न्यूजीलैंड के जॉन राइट, चेन्नई सुपरकिंग्स के पास न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग, दिल्ली डेयरडेविल्स के पास दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन, कोलकाता नाइटराइडर्स के पास ऑस्ट्रेलिया के ट्रेवर बेलिस, राजस्थान रॉयल्स दक्षिण अफ्रीका के पैडी उप्टन, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के पास न्यूजीलैंड के डेनियल वेटोरी और सनराइजर्स हैदराबाद के पास ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी हैं।
आठ टीमों में पांच टीमों कप्तान भारतीय और तीन टीमों के कप्तान विदेशी हैं। चेन्नई के कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी, कोलकाता के गौतम गंभीर, मुंबई के रोहित शर्मा, बेंगलोर के विराट कोहली और हैदराबाद के शिखर धवन हैं। दिल्ली के कप्तान केविन पीटरसन, पंजाब के कप्तान ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ज बैली और राजस्थान के कप्तान
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन हैं।
आईपीएल की आठ टीमों के कोचों में स्टीफन फ्लेमिंग, डेनियल वेटोरी और संजय बांगड ही ऐसे कोच हैं जिन्होंने आईपीएल में एक खिलाड़ी के रूप में शिरकत कर रखी है। इन कोचों में जॉन राइट और कर्स्टन ऐसे कोच हैं जो टीम इंडिया का कोच पद संभाल चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/नीरज/अनूप