2007 से 2016, T20 वर्ल्ड कप के इतिहास में पहले नहीं हुई हैं ये 5 चीजें
आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 17 अक्टूबर से यूएई और ओमान में होगी। 17 अक्टूबर से लेकर 22 अक्टूबर तक क्वालीफायर खेले जाएंगे। यह टी-20 वर्ल्ड कप का छठा संस्करण है और इस दौरान इस बड़े टूर्नामेंट में काफी बदलाव आ गए हैं। मजे की बात यह है कि इस बार टी-20 वर्ल्ड कप में ऐसी 5 नई चीजें देखने को मिलेगी जो इससे पहले कभी नहीं हुई हैं।
एक नजर उन 5 बड़े पहलुओं पर जो आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में पहली बार हो रही है -
1) पहली बार नहीं दिखेंगे महेंद्र सिंह धोनी- आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत साल 2007 में हुई थी। तब पहले संस्करण से लेकर 2016 तक टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी रहे हैं और उनके नाम टी-20 वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा मैचों में कप्तानी का रिकॉर्ड भी है। लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब भारत का यह स्टार क्रिकेटर इस टूर्नामेंट में मैदान पर खेलता हुए नहीं दिखेगा। हालांकि धोनी टीम के साथ बतौर मेंटर जुड़ेंगे। इस दौरान भारतीय टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में है और बतौर कप्तान वो टी-20 वर्ल्ड कप में पहली बार दिखेंगे।
2) अगल देश में हो रहा वर्ल्ड कप - ऐसा पहली बार हो रहा है जब टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाले देश में एक भी मैच नहीं खेले जाएंगे। गौरतलब है कि भारत टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है लेकिन भारत में कोरोना की स्थिति को देखते हुए बीसीसीआई ने इसका आयोजन यूएई और ओमान में करने के लिए फैसला लिया है।
3) आयोजक नहीं होंगे टूर्नामेंट का हिस्सा - इस बार टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल सहित अन्य सभी बड़े मुकाबले यूएई में खेले जाएंगे। लेकिन इस टूर्नामेंट में यूएई की टीम नहीं है।
4) पहली बार होगा सुपर -12 - साल 2016 में जब टी-20 वर्ल्ड कप का आखिरी संस्करण खेला गया था तब कुल 10 टीमों ने हिस्सा लिया था और उस समय सुपर-10 मुकाबले हुए थे। लेकिन इस साल टीमों की संख्या 12 है जिसकी वजह से इस साल सुपर-12 मुकाबले होंगे।
Also Read: T20 World Cup 2021 Schedule and Squads
5) जो 14 टीमें इस बार टी-20 वर्ल्ड कप का हिस्सा है वो पहले भी इस बड़े टूर्नामेंट में नजर आ चुके हैं लेकिन 2 टीमें ऐसी हैं जो पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप में भाग ले रही है। इन दो टीमों में पापुआ न्यू गिनी और नामीबिया का नाम शामिल हैं। दोनों ही टीमें अभी क्वालीफायर खेलते हुए नजर आएंगी।