Ashleigh Gardner ने रच डाला इतिहास! इंग्लैंड के खिलाफ ताबड़तोड़ पारी खेल ठोका वर्ल्ड कप इतिहास का सबसे तेज शतक
Ashleigh Gardner Women’s World Cup Fastest Century: आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के 23वें मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की स्टार ऑलराउंडर एशले गार्डनर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए इतिहास रचा। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने महज़ 69 गेंदों में शतक पूरा कर महिला वर्ल्ड कप का सबसे तेज शतक जड़ दिया। उनकी यह पारी टीम के लिए मैच को पलटने वाली साबित हुई।
इंदौर के होलकर स्टेडियम में बुधवार, 22 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया मुकाबला रोमांचक रहा। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 244 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज टैमी ब्यूमोंट ने 78 रन की बेहतरीन पारी खेली, जबकि एमी जोन्स सिर्फ 18 रन ही बना सकीं। मध्यक्रम से कप्तान हीथर नाइट(20) और सोफिया डंकले(22) का योगदान भी सीमित रहा, लेकिन एलिस कैप्सी(38) और चार्ली डीन(26) ने अंतिम ओवरों में टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया के शुरुआती विकेट जल्दी गिर गए। जॉर्जिया वोल(6) और फोएबे लिचफील्ड(1) जल्दी आउट हो गईं, वहीं एलिस पेरी(13) और बेथ मूनी(20) भी ज्यादा योगदान नहीं दे पाईं।
यहां से पारी संभाली एनाबेल सदरलैंड और एशले गार्डनर ने। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 180 रन की जबरदस्त साझेदारी की। गार्डनर ने 69 गेंदों शतक ठोकते हुए पारी में कुल 73 गेंदों में नाबाद 104 रन बनाए, जिसमें 16 चौके शामिल रहे। वहीं, एनाबेल सदरलैंड ने भी शानदार पारी खेलते हुए 112 गेंदों में नाबाद 98 रन बनाए और टीम को 57 गेंदें शेष रहते लक्ष्य तक पहुँचाया।
गार्डनर की यह पारी महिला वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे तेज शतक बन गई है। गार्डनर ने डिअंड्रा डॉटिन का आठ साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 2017(लेस्टर) में पाकिस्तान के खिलाफ 71 गेंदों शतक ठोका था।
महिला वनडे वर्ल्ड कप में सबसे तेज़ शतक
- 69 – एशले गार्डनर बनाम इंग्लैंड, इंदौर, 2025*
- 71 – डिअंड्रा डॉटिन बनाम पाकिस्तान, लेस्टर, 2017
- 73 – एलिसा हीली बनाम बांग्लादेश, विजाग, 2025
- 76 – नैट सिवर-ब्रंट बनाम पाकिस्तान, लेस्टर, 2017
- 77 – एशले गार्डनर बनाम न्यूजीलैंड, इंदौर, 2025
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वहीं, इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया 11 अंकों के साथ अंकतालिका में पहले पायदान पर पहुँच गई। दूसरी ओर इंग्लैंड को टूर्नामेंट में पहली हार का सामना करना पड़ा और 9 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर बनी रही।