हरमनप्रीत पर भड़की बांग्लादेश की कप्तान, बोली- 'उन्हें थोड़ा तमीज से बात करनी चाहिए थी'
भारत और बांग्लादेश महिला टीम के बीच शनिवार, 22 जुलाई को मीरपुर के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेला गया तीसरा वनडे मैच टाई हो गया। भारतीय टीम को जीत के लिए 226 रन बनाने थे लेकिन टीम इंडिया ने जीते हुए मैच में बांग्लादेश को वापसी का मौका दे दिया और दोनों टीमों का स्कोर 225 रन पर समाप्त हुआ। जब ये मैच टाई हुआ तो भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर का गुस्सा देखने लायक था। उन्होंने सरेआम अंपायरिंग पर सवाल तो उठाए ही लेकिन इससे पहले जब उन्हें अंपायर ने आउट दिया तो उन्होंने बल्ले को स्टंप्स पर मार दिया।
हालांकि, ये तो कुछ भी नहीं था ये विवाद तब और बढ़ गया जब दोनों टीमें एक साथ ट्रॉफी के साथ फोटो खिंचवाने के लिए आईं और हरमनप्रीत द्वारा कथित तौर पर "अंपायरों को भी लाओ" चिल्लाया गया। अब निगार सुल्ताना ने हरमनप्रीत कौर के व्यवहार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उन्हें थोड़ा और तमीज़ दिखानी चाहिए थी।
सुल्ताना ने मैच के बाद बोलते हुए कहा, "ये पूरी तरह से उसकी समस्या है। मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। एक खिलाड़ी के रूप में, वो बेहतर व्यवहार दिखा सकती थी। मैं आपको नहीं बता सकती कि क्या हुआ, लेकिन वहां (फोटोग्राफ के लिए) मेरी टीम के साथ रहना सही नहीं लगा। ये सही माहौल नहीं था। इसलिए हम वापस चले गए। क्रिकेट अनुशासन और सम्मान का खेल है।"
ईएसपीएनक्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के अनुसार, सुल्ताना ने अपने खिलाड़ियों को ड्रेसिंग रूम में वापस ले जाने से पहले घटना के बारे में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अधिकारियों से बात की। सुल्ताना ने अंपायरों का भी बचाव किया और भारतीय पारी में कैच और रन आउट आउट की संख्या की ओर इशारा किया।
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25 वर्षीय सुल्ताना ने आगे बोलते हुए कहा, "अगर वो आउट नहीं होती तो अंपायर उसे आउट नहीं देते। हमारे पास पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अंपायर थे, इसलिए वो अच्छे अंपायर थे। कैच या रन-आउट आउट के बारे में वो (भारत) क्या कहेंगे। हमने उनके फैसले का सम्मान किया है। अंपायर का निर्णय अंतिम निर्णय है, चाहे मुझे ये पसंद हो या नहीं।"