रवींद्र जडेजा के साथ बल्लेबाजी करना आसान काम नहीं, हैरान कर देने वाला आंकड़ा आया सामने
रवींद्र जडेजा ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में शुक्रवार को अपनी शानदार फील्डिंग से सीधी थ्रो मारते हुए स्टीव स्मिथ को रन आउट किया था जिसके बाद सभी लोग उनकी तारीफ कर रहे थे।
लेकिन शनिवार को वह जब बल्लेबाजी कर रहे थे तब भारत के दो बल्लेबाज रन आउट हुए। जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन तब रन आउट हुए जब जडेजा दूसरे छोर पर थे।यह पहली बार नहीं है जब जडेजा टेस्ट क्रिकेट में रन आउट में शामिल रहे हों। बाएं हाथ का यह हरफनमौला खिलाड़ी 73 टेस्ट पारियों में कुल 20 बार रन आउट में शामिल रहा है।
उन्होंने 13 बार अपने बल्लेबाजी जोड़ीदार को रन आउट कराया है वहीं बाकी बार वह खुद रन आउट हुए हैं। इसका औसत 3.5 प्रति पारी निकल कर आता है।
इसका एक कारण यह हो सकता है कि जडेजा काफी तेज दौड़ते हैं और उनका जोड़ीदार उतना तेज दौड़ नहीं पाता हो। शनिवार को भी उन्होंने अश्विन के साथ एक रन चुराना चाहा जो काफी जोखिम भरा था। पैट कमिंस ने देखा कि अश्विन धीमे हैं और उन्होंने विकेटकीपर को सीधा थ्रो दिया जिन्होंने रन आउट को अंजाम दिया।
इसके कुछ देर बाद उन्होंने स्कवॉयर लेग की तरफ गेंद को धकेला और बुमराह को दो रन के लिए बुलाया। मार्नस लाबुशैन ने देखा कि बुमराह धीमे हैं। उन्होंने नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद फेंकी और बुमराह रन आउट हो गए।
भारत के टेस्ट इतिहास का यह सातवां मौका है जब एक ही पारी में तीन बल्लेबाज रन आउट हुए हैं। ऑस्ट्रेलियाई फील्डरों ने तीसरे दिन पहले पहले हनुमा विहारी (4) को रन आउट किया। सिंगल चुराने के प्रयास में विहारी जोस हेजलवुड द्वारा डाइरेक्ट थ्रो पर रन आउट किए गए। विहारी के रूप में भारत का चौथा विकेट गिरा था।
इसके बाद पैट कमिंस और मार्नस लाबुशैन ने आपसी सूझबूझ की बदौलत अश्विन तथा बुमराह को आउट किया।
भारत के लिए पिछली बार इस तरह का वाक्या 2008-09 सीजन मे हुआ था जब मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरी पारी में वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और युवराज सिंह रन आउट हुए थे।