टीम से बाहर होने के बाद इस खिलाड़ी ने की थी अक्षर पटेल की मदद, स्पिनर ने खुद खोला राज
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में उम्दा प्रदर्शन करने वाले टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज अक्षर पटेल का कहना है कि जब वह टीम से बाहर थे तो उन्होंने अपने प्रदर्शन को सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया। अक्षर ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट में पदार्पण किया था और अपने पहले ही टेस्ट में उन्होंने पांच विकेट झटके थे। इसके अलावा अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट में अक्षर ने दोनों पारियों में मिलाकर कुल 11 विकेट लिए।
अक्षर भारत के लिए दो वनडे और 11 टी20 मुकाबले खेल चुके हैं। हालांकि वह 2018 में दक्षिण अफ्रीका दौरे में टी20 मैच के बाद से सीनियर टीम से बाहर चल रहे थे।
अक्षर ने टीम के साथी खिलाड़ी हाíदक पांड्या के साथ बातचीत में कहा, "पिछले तीन वर्षो से जब मैं टीम से बाहर था तो मैं अपने खेल में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा था। कई लोग मुझसे पूछते थे कि आईपीएल और भारत ए लिए बेहतर खेलने के बावजूद मेरा टीम में चयन क्यों नहीं हुआ।"
उन्होंने कहा, "यह सवाल मेरे दिमाग में भी आए तो मैंने सोचा कि मैं इंतजार करूंगा और जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं अपना 100 फीसदी दूंगा। मेरे दोस्त और परिवार जिन्होंने पिछले तीन वर्षो में मेरी मदद की जिसमें पांड्या आप भी शामिल हैं, आप सभी ने मुझे सिखाया कि परेशानियों से कैसे पार पाया जाता है।"
अक्षर ने कहा, "यह मेरा दूसरा ही मैच था और मोटेरा में पहला। मुझे काफी अच्छा लगा जब दर्शक 'अक्षर-अक्षर' चिल्ला रहे थे। जब स्थानीय दर्शक आपका हौसला बढ़ाते हैं तो यह सुखद होता है। मेरे परिवार के लोग भी स्टैंड्स में बैठे थे।"
पांड्या ने भी कहा कि उन्हें अक्षर के प्रदर्शन पर गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा, "एक दोस्त के नाते मुझे अक्षर के पदार्पण का लंबे समय से इंतजार था। जिस तरह का आपने प्रदर्शन किया उससे मुझे अक्षर पर गर्व हो रहा है।"