आइकन खिलाड़ी होने के बावजूद, आईपीएल के पहले सीजन में, शुरुआत में सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस के कप्तान क्यों नहीं थे?
आईपीएल का 16 वां सीजन शुरू हो चुका है और कप्तान से जुड़े ढेरों रिकॉर्ड, पिछले 15 सीजन का ख़ास आकर्षण रहे हैं। इस बार, इसी संदर्भ में एक बड़ा ख़ास रिकॉर्ड बनने वाला है- एमएस धोनी, एक टीम के लिए 200 आईपीएल मैच में कप्तान का रिकॉर्ड बनाएंगे। मौजूदा सीजन शुरू होने पर वे 196 मैच पर थे। हाल फिलहाल कोई भी इस रिकॉर्ड की बराबरी करता नजर नहीं आ रहा- जो इस समय कप्तान हैं, उनमें से दूसरे नंबर पर रोहित शर्मा हैं और वे सीजन शुरू होने पर 143 मैच पर थे।
एक बड़ी मजेदार चर्चा ये है कि आईपीएल मैच में कप्तान बनने (या कप्तानी लेने) का मौका मिलने में इंटरनेशनल क्रिकेट का अनुभव कितना काम आता है? इस सवाल पर, ख़ास तौर पर, मुंबई इंडियंस की चर्चा करते हैं। आईपीएल के पहले 15 सीजन के रिकॉर्ड के हिसाब से इस टीम ने 7 कप्तान बनाए- 231 मैच में। इस सीजन में भी रोहित ही कप्तान हैं, इसलिए हाल फिलहाल, भी उनके कप्तान की गिनती 7 ही है।
अगर ये सवाल पूछें कि 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में, पहले मैच में, मुंबई इंडियंस के कप्तान कौन थे तो बिना दिक्कत जवाब होगा- सचिन तेंदुलकर। ये जवाब बहरहाल गलत है। वे कप्तान क्यों नहीं थे- इसका जवाब एक स्टोरी है।
आईपीएल 2008 से पहले, मुंबई इंडियंस ने सचिन तेंदुलकर को अपने आइकन खिलाड़ी के रूप में साइन किया। तब कई इंटरनेशनल सुपरस्टार जैसे सनथ जयसूर्या, हरभजन सिंह, रॉबिन उथप्पा और शॉन पोलक भी मुंबई इंडियंस टीम में थे। इनमें से सबसे बड़ा नाम तेंदुलकर थे और उन्हें कप्तान घोषित कर दिया।
हुआ ये कि सचिन तेंदुलकर, आईपीएल शुरू होने से पहले चोटिल हो गए और सीजन के शुरुआती मैचों के लिए फिट नहीं थे। मुंबई इंडियंस का पहला मैच वानखेड़े स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के विरुद्ध था और सचिन की गैरमौजूदगी में, हरभजन सिंह कप्तान थे। मुंबई इंडियंस- 5 विकेट से हार। दूसरा मैच चेन्नई सुपर किंग्स के विरुद्ध- एक और हार। तीसरा मैच विरुद्ध किंग्स इलेवन पंजाब- लगातार तीसरी हार। इसी मैच के बाद हरभजन सिंह 'स्लैप गेट' कांड में फंसे और न सिर्फ कप्तानी गई- टीम से भी बाहर हो गए।
नए कप्तान बने शॉन पोलक और वे भी एकदम मुंबई की किस्मत न बदल पाए। अगले मैच में डेक्कन चार्जर्स से तो 10 विकेट से हारे। क्या आप विश्वास करेंगे कि आईपीएल के सबसे ज्यादा टाइटल जीतने वाली मुंबई इंडियंस टीम, अपने पहले चारों आईपीएल मैच हारी थी। शॉन पोलक ने बहरहाल हार का ये सिलसिला खत्म किया और सीजन में अपना 5वां मैच कोलकाता नाईट राइडर्स के विरुद्ध जीते। तेंदुलकर के सीजन में कप्तानी संभालने से पहले, इस तरह से दो खिलाड़ी मुंबई की कप्तानी कर चुके थे।
आईपीएल में पहली बार कप्तानी से पहले, सचिन तेंदुलकर 565 इंटरनेशनल मैच खेल चुके थे और ये पहली बार आईपीएल में कप्तान बनने से पहले, सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने का रिकॉर्ड है।
इसी तरह सबसे कम इंटरनेशनल मैच खेलकर आईपीएल में कप्तान बनने का रिकॉर्ड भी है और ये जिस के नाम है वह अभी भी कप्तान है। ये रिकॉर्ड और किसी के नहीं, राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन के नाम है- वह तो सिर्फ 7 इंटरनेशनल मैच खेल कर ही आईपीएल कप्तान बन गए थे। इस रोल में डेब्यू किया 12 अप्रैल 2021 को किंग्स इलेवन के विरुद्ध वानखेड़े स्टेडियम में।
Also Read: IPL के अनसुने किस्से
जब आईपीएल कप्तान और उसके इंटरनेशनल मैच की गिनती को जोड़ ही रहे हैं तो एक बड़ा मजेदार रिकॉर्ड ये भी तो हो सकता है कि जो आईपीएल में खेले तो पर कभी कप्तान नहीं बने- उनमें से सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच की गिनती में टॉप पर कौन है? ये रिकॉर्ड विदेशी खिलाड़ियों में सनथ जयसूर्या (586 मैच) के नाम है और भारतीय खिलाड़ियों में अजीत अगरकर (221 मैच) के नाम।