छोटे भाई का नहीं हुआ सेलेक्शन, तो WI सेलेक्टर्स पर जमकर भड़के ड्वेन ब्रावो
अपने क्रिकेट इतिहास में पहली बार वेस्टइंडीज की टीम वर्ल्ड कप में भाग नहीं ले पाई जिससे इस टीम के चाहने वाले काफी दुखी हुए लेकिन अब वेस्टइंडीज अगले वर्ल्ड कप से पहले एक नई शुरुआत करने के लिए तैयार है। वर्ल्ड कप 2023 समाप्त होने के बाद इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर आने वाली है जहां वो तीन वनडे और 5 टी-20 मैचों की सीरीज खेलेंगे। इन 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए वेस्टइंडीज ने अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा भी कर दी है।
शाई होप को टीम का कप्तान बनाया गया, जबकि डेसमंड हेन्स की अगुवाई वाली वरिष्ठ चयन समिति ने तेज गेंदबाज अल्ज़ारी जोसेफ को टीम का उप-कप्तान चुना। मुख्य कोच डेरेन सैमी की देखरेख में वेस्टइंडीज 3 से 9 दिसंबर तक 3 वनडे मैचों में इंग्लैंड से भिड़ेगा। टीम में कई नए खिलाड़ियों को भी मौका दिया गया है लेकिन ड्वेन ब्रावो के भाई डैरेन ब्रावो को टीम में नहीं चुना गया। डैरेन ब्रावो ने हाल ही में समाप्त हुए घरेलू 50 ओवर के टूर्नामेंट में 8 पारियों में 80 से अधिक की औसत से 416 रन बनाए थे और ऐसी उम्मीद थी कि उन्हें इस सीरीज के लिए चुना जाएगा लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें सिरे से नकार दिया।उन्होंने आखिरी बार जनवरी 2022 में वेस्टइंडीज के लिए मैच खेला था।
वेस्टइंडीज टीम की घोषणा के कुछ घंटों बाद, पूर्व ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने सोशल मीडिया पर डेरेन ब्रावो के घरेलू प्रदर्शन को नजरअंदाज करने के चयनकर्ताओं के फैसले पर सवाल उठाया। चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व ऑलराउंडर ने चयनकर्ता डेसमंड हेन्स पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वेस्टइंडीज में क्रिकेट प्रणाली फिर से विफल हो गई है।
ब्रावो ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से अपने भाई की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'ये कब रुकेगा? मैं अपने भाई के ना चुने जाने से आश्चर्यचकित नहीं हूं, लेकिन वेस्टइंडीज क्रिकेट प्रबंधन में हाल के बदलावों के साथ, मुझे बेहतरी की थोड़ी उम्मीद है। ये स्वीकार्य नहीं है और मैं इसका कोई मतलब नहीं समझ पा रहा हूं। यहां मेरे कुछ ज्वलंत प्रश्न हैं: वेस्ट इंडीज टीम चयन के लिए मानदंड क्या हैं? निश्चित रूप से, ये केवल प्रदर्शन पर आधारित नहीं हो सकता?'