गजब गुरु...! सिद्धू की पुरानी आदत है रूठना, बिना किसी को बताए इंग्लैंड दौरा छोड़कर थे भागे
पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) सुर्खियों में बने हुए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के चर्चा में रहने के पीछे की वजह क्रिकेट नहीं बल्कि सियासत का गलियारा है। सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बने दो महीने ही बीते थे कि उन्होंने अचानक इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने की कोशिश करेंगे कि सियासत की कुर्सी हो या फिर क्रिकेट की पिच सिद्धू हमेशा से ही छोड़ने में माहिर रहे हैं।
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जयवंत लेले ने अपनी ऑटोबायोग्राफी आई वॉज देयर- मेमॉयर्स ऑफ ए क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटर (I Was There - Memoirs of a Cricket Administrator) में नवजोत सिंह सिद्धू से जुड़ी उस घटना का खुलासा किया था जिसे बेहद कम लोग जानते हैं। बात है साल 1996 की जब अचानक सिद्धू बिना किसी को बताए इंग्लैंड दौरे को बीच में छोड़कर भारत लौट आए थे।
जयवंत लेले ने इस घटना का जिक्र अपनी किताब में करते हुए लिखा था कि नवजोत सिंह सिद्धू उस वक्त भारत के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से खफा हो गए थे। सिद्धू को लगता था कि अजहरूद्दीन उन्हें बात-बात पर गालियां देते थे और यह बात उन्हें चुभ रही थी। जिसके चलते उन्होंने बिना किसी को बताए बैग पैक करके भारत लौटने का फैसला किया। सिद्धू के ऐसा करने के बाद बीसीसीआई ने जांच कमेटी बैठाकर मामले की तह तक जाने की कोशिश की।
भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से जब इस बारे में पूछताछ की गई तब उन्होंने बताया कि उन्हें पता ही नहीं कि सिद्धू किस बात से नाराज हैं। जांच कमेटी के सदस्यों ने नवजोत सिंह सिद्धू को मुंबई बुलाया और उनसे पूरा मामला जानने की कोशिश की लेकिन सिद्धू ने सीधे शब्दों में कुछ नहीं बताया और कहा, 'मेरी गलती है। मैं अपनी गलती मानता हूं। आप मुझे जो सजा देना चाहते हैं दें, मैं इसके लिए तैयार हूं।'
यह मीटिंग विफल रही तब जांच कमिटी के सदस्य सुनील गावस्कर ने कमेटी में किसी पंजाबी क्रिकेटर को शामिल करने की पेशकश की ताकि नवजोत सिंह सिद्धू उसके सामने खुलकर बातचीत कर सकें। सुनील गावस्कर के कहने पर जांच कमिटी में मोहिंदर अमरनाथ को शामिल किया गया।
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दूसरी मीटिंग के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने मोहिंदर अमरनाथ को अकेले में सारा मामला समझाया। सिद्धू की बात सुनने के बाद अमरनाथ ने जांच कमेटी को बताया कि इस मुद्दे को छोड़ दें इसमें कुछ भी ऐसा नहीं है जिसपर सुनवाई हो। अमरनाथ ने कहा, 'इंग्लैंड दौरे के दौरान अजहर, सिद्धू को बुलाते वक्त हमेशा कुछ शब्द जोड़कर कहते थे जिसे वो गाली समझ बैठे थे। लेकिन, जो शब्द अजहर कह रहे थे वो हैदराबाद में अपने लोगों के प्रति प्यार जताने के लिए कहा जाता है।'