मोहम्मद शमी का चौंकाने वाला खुलासा, इसके कारण हो रहा है उनके साथ ऐसा..
नई दिल्ली, 16 मार्च | अपनी पत्नी हसीन जहां के तमाम तरह के आरोप झेल रहे भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि कोई तीसरा शख्स उनके घर को बर्बाद करने पर तुला है और वही हसीन के कान भर रहा है। शमी ने साथ ही कहा कि इस मामले में उन्हें कुछ साबित नहीं करना है। जो साबित करना है, उनकी पत्नी हसीन जहां को करना है क्योंकि आरोप उन्होंने लगाए हैं।
शमी ने समाचार चैनल न्यूज18 इंडिया को दिए साक्षात्कार में कहा कि हसीन के आरोप बेबुनियाद हैं और कोई तीसरा शख्स उनका घर उजाड़ने पर तुला है।
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न्यूज18 इंडिया के साथ इस खास बातचीत में शमी ने कहा "मैं अभी भी कह रहा हूं कि यह हसीन का काम नहीं है। ये जरूर थर्ड पार्टी का प्लान है, हो सकता है मेरी फैमिली में खुशियां बर्दाश्त ना हो रहीं हों, हो सकता है पैसे का लालच हो।"
हसीन जहां ने फेसबुक और मीडिया के माध्यम से शमी के भाई पर जबरन संबंध बनाने, शमी के अन्य लड़कियों से संबंध रखने और जान से मारने के संगीन आरोप लगाए हैं और कोलकाता में एफआईआर भी दर्ज कराई है।
शमी ने चैनल से बातचीत में कहा, "वह बहुत सारे इलजाम लगा चुकीं हैं। अब उन्हें साबित करना है कि ये इलजाम सच हैं या झूठ क्योंकि जो सबूत और चीजें मैं आपको दूंगा उसको यह भी नजरअंदाज नहीं कर सकतीं। इनकार नहीं कर सकती कि हां ऐसा नहीं हुआ है। अगर ऐसा हुआ है तो पहले से क्यों नहीं था। इनका कहना है कि पिछले 3-4 साल से मेरी फैमिली उन्हे टॉर्चर कर रही है तो यह तब सामने क्यों नहीं आया।"
हसीन ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लगातार कई पोस्ट करते हुए कथित रूप से शमी की अन्य लड़कियों के साथ अश्लील चैट पोस्ट की थी। इस पर शमी का कहना है कि हसीन जहां के पास उनके सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स के पासवर्ड हैं, वह जो चाहे कर सकती हैं।
सोशल मीडिया चैट के बारे में उन्होंने कहा, "जहां तक चैट और मैसेज का सवाल है, आजकल सोशल मीडिया पर बहुत आसान हो चुका ये सभी। और, जहां तक सोशल मीडिया का सवाल है तो मेरे सारे सोशल मीडिया अकाउंट्स के पासवर्ड इनके (हसीन के) पास हैं तो वह जो चाहे कर सकती हैं।"
ये पूछे जाने पर कि वह कैसे साबित करेंगे कि आरोप गलत हैं, शमी ने कहा, "ये मुझे साबित करने की जरूरत नहीं है। यह उनको साबित करना है। यह मेरा फोन होगा तभी मेरे अकाउंट्स से होगा। बिल मेरे नाम होगा। नंबर मेरे नाम होगा।"
इसी विवाद के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शमी को केंद्रीय अनुबंध में जगह नहीं दी है। वहीं सीओए ने बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई से हसीन जहां द्वारा शमी पर लगाए गए फिक्सिंग के आरोपों की जांच करने को कहा है।