'मैंने विकेटकीपिंग शुरू की क्योंकि मेरे पापा भी विकेटकीपर थे'
टीम इंडिया के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत इस समय टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक बन गए हैं। 24 वर्षीय पंत को देखकर एक समय ऐसा लगा था कि शायद वो दिग्गज एमएस धोनी की जगह ना ले पाएं लेकिन अब उन्होंने खुद को टीम में मज़बूती से स्थापित कर लिया है। यही कारण है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज के लिए उन्हें उप-कप्तान के रूप में भी नियुक्त किया गया है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज की शुरुआत से पहले पंत ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने विकेट कीपिंग को कैसे चुना। पंत की बातें सुनने के बाद आपको ये पता चलेगा कि अगर पंत के पिता विकेटकीपर ना होते तो शायद आज आपको भारतीय टीम के विकेटकीपर के रूप में नज़र ना आते।
ऋषभ पंत ने SG पॉडकास्ट पर बात करते हुए कहा, "मुझे नहीं पता कि मेरी विकेटकीपिंग बेहतर हुई है या नहीं, मैं हर दिन अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश कर रहा हूं। मैं हमेशा एक विकेटकीपर बल्लेबाज था। एक बच्चे के रूप में, मैंने विकेट कीपिंग करना इसलिए शुरू कर दिया था क्योंकि मेरे पिता भी विकेटकीपर थे। इस तरह ये सब शुरू हुआ।"
आगे बोलते हुए पंत ने कहा, "अगर आप एक अच्छे विकेटकीपर बनना चाहते हैं तो आपको खुद को चुस्त रखने की जरूरत है। अगर आप काफी फुर्तीले हैं, तो ये आपकी मदद करेगा। दूसरी चीज गेंद को अंत तक देखना होता है। कभी-कभी ऐसा होता है कि हम जानते हैं कि गेंद आ रही है, इसलिए हम ढीले पड़ जाते हैं, लेकिन आपको इसे तब तक देखते रहना चाहिए जब तक आप इसे पकड़ नहीं लेते। अंत में, अनुशासित रहें और तकनीक पर काम करें।"