'मैं रणजी टीम में नहीं था, चेतन सर ने फोन किया और कहा कि मुझे भारत के लिए चुना गया है'
न्यूजीलैंड टी20आई के लिए बैक-अप विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में जितेश शर्मा टीम इंडिया के स्कवॉड में शामिल हैं। टीम में चुने जाने को लेकर जितेश शर्मा ने हिदुंस्तान टाइम्स के साथ बातचीत के दौरान कहा, 'चेतन शर्मा सर ने मुझे फोन किया और कहा, 'आपको श्रीलंका के खिलाफ बाकी बचे दो मैचों के लिए टीम में चुना गया है। मुझे जश्न मनाने का कोई मौका नहीं मिला क्योंकि मुझे बाकी मैचों के लिए पुणे के जाना था।'
जितेश शर्मा को संजू सैमसन के स्थान पर टीम में जगह मिली थी जो श्रीलंका के खिलाफ दो टी20ई के लिए घुटने की चोट के कारण बाहर हो गए थे। हालांकि,विजय हजारे ट्रॉफी (घरेलू 50 ओवर का टूर्नामेंट) दाएं हाथ के विकेटकीपर-बल्लेबाज के लिए उतना अच्छा नहीं रहा था। ऐसे में जितेश शर्मा मानसिक रूप से एक और लंबी दौड़ के लिए यानी आईपीएल की प्रतीक्षा कर रहे थे क्योंकि वह रणजी ट्रॉफी टीम का हिस्सा नहीं थे।
जितेश शर्मा ने आगे कहा, 'मुझे नहीं पता था कि मुझे फोन आएगा। मुझे कॉल की उम्मीद नहीं थी। मैं सिर्फ खुद को आईपीएल के लिए तैयार कर रहा था क्योंकि मैं रणजी ट्रॉफी टीम में नहीं था। इसलिए मैं अपनी फिटनेस पर काम कर रहा था। लेकिन अचानक मुझे फोन आया। जाहिर है, मैं मौका पाने के लिए खुश और उत्सुक था। उस कॉल के बाद सब कुछ बदल गया। मुझे अपने रिश्तेदारों, स्कूल और क्लबों से बहुत सारे फोन आए लेकिन मैं चीजों को सामान्य रख रहा हूं। मैं खुद को हर मौके के लिए तैयार कर रहा हूं।'
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बता दें कि अमरावती में जन्मे विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा संयोग से एक क्रिकेटर बने हैं। वह सशस्त्र बलों में जाना चाहते थे। उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था क्योंकि सेना में उस वक्त महाराष्ट्र में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वालों को 4% अनुग्रह अंक दिए जाते थे। विदर्भ की अंडर-19 टीम में आने के बाद ही उन्होंने करियर विकल्प के रूप में क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू किया था।