युवराज सिंह ने किया संन्यास वापस लेने का फैसला, BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली को लिखा पत्र
अगर सबकुछ प्लान के हिसाब से रहा तो युवराज सिंह दोबारा एक्शन में लौटेंगे। वह कम से कम घरेलू क्रिकेट में पंजाब के लिए टी-20 क्रिकेट खेलते हुए नजर आ सकते हैं।युवराज ने जून 2019 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। लेकिन पिछले कुछ महीनों में उन्होंने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन की मंजूरी से मोहाली के पीसीए स्टेडियम में युवा बल्लेबाज शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा, प्रभसिमरन सिंह और अनमोलप्रीत सिंह के साथ काफी समय बिताया। इस दौरान उन्होंने वापसी का मन बनाया।
युवराज ने क्रिकबज से बातचीत में अपनी वापसी के प्लान की पुष्टि की।
युवराज ने कहा, “मुझे इन युवाओं के साथ समय बिताना अच्छा लगा और खेल के विभिन्न पहलुओं के बारे में उनसे बात कर के मुझे एहसास हुआ कि मैं जो उन्हें बोल रहा था उसे करने में वह सक्षम हैं। मैंने उन्हें कुछ और चीजें समझाने के लिए नेट्स में बल्लेबाजी की और मैं काफी हैरान था कि लंबे समय से बल्लेबाजी ना करने के बाद भी मैं गेंद कितनी अच्छी तरह हिट कर रहा था।”
युवराज ने आगे कहा, “लॉकडाउन से पहले मैंने दो महीने ट्रेनिंग की थी और इसके बाद ऑफ सीजन कैंप में मैंने बल्लेबाजी करनी शुरू की। मैंने कुछ प्रैक्टिस मैचों में रन बनाए। एक सेशन के बाद पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी पुनीत बाली ने मुझे अप्रोच किया और पूछा कि मैं संन्यास से वापस आने पर विचार कर सकता हूं।”
बाली का मानना था कि पंजाब की टीम में काफी युवा खिलाड़ी है और युवराज के आने से उन खिलाड़ियों को फायदा होगा और अच्छा मार्गदर्शन मिलेगा।
इसके बाद युवराज ने वापसी का मन बनाया है और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली औक सेक्रेटरी जय शाह को एक पत्र ई-मेल कर के संन्यास वापस लेने की इजाजत मांगी है। इस पत्र में उन्होंने साफ किया है कि अगर वह पंजाब के लिए खेलते हैं तो देश के बाहर कहीं नहीं खेलेंगे। अभी बोर्ड द्वारा इसका जवाब आना बाकी है।
युवराज ने भारत में क्रिकेट खेलेने से संन्यास लिया था उसके बाद ही उन्हें विदेशी टी-20 लीग में खेलने के लिए बीसीसीआई ने नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट दिया था। जिसके बाद वह ग्लोबल टी-20 कनाडा लीग औऱ अबुधाबी टी-20 लीग में खेले।