IPL 2020: धमाकेदार जीत के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने लगाई रिकॉर्डस की झड़ी

Updated: Mon, Oct 05 2020 15:13 IST
Chennai Super Kings VS Kings XI Punjab

4 अक्टूबर(रविवार) को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और किंग्स XI पंजाब के बीच हुए मुकाबले में चेन्नई ने पंजाब के खिलाफ 10 विकेटों से धमाकेदार जीत दर्ज की। टीम के दोनों ओपनर फाफ डु प्लेसिस ने 87 तो वहीं शेन वॉट्सन ने 83 रनों की बेजोड़ पारी खेली और इसके दम पर चेन्नई ने अपने लगातार 3 हार के सिलसिले को तोड़ा। इस जीत के साथ चेन्नई ने कुछ खास रिकार्ड्स भी बनाएं। आइये नजर डालते है उन बेहतरीन रिकार्ड्स पर।


1) चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ओपनिंग में सबसे बड़ी साझेदारी 

पंजाब के खिलाफ इस मैच में चेन्नई के ओपनर फाफ डु प्लेसिस ने नाबाद 87 तो वहीं वॉट्सन ने नाबाद 83 रनों की पारी खेली और इसी के साथ उन्होंने चेन्नई के तरफ से बतौर ओपनिंग बल्लेबाज सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। दोनों ने पहले विकेट के लिए नाबाद 181 रन जोड़े है। इससे पहले यह रिकॉर्ड माइकल हसी और मुरली विजय की जोड़ी के नाम था जिन्होंने साल 2011 में आरसीबी के खिलाफ ओपनिंग करते हुए 159 रन जोड़े थे। साथ में वॉट्सन और प्लेसिस की यह साझेदारी किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ किसी भी टीम द्वारा सबसे बड़ी साझेदारी है।

2) धोनी का 100 कैचों का कारनामा

चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान व वीकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच में पंजाब के कप्तान केएल राहुल का कैच पकड़ते ही आईपीएल में अपने 100 कैच पूरे कर लिए है। दिनेश कार्तिक(103) के बाद धोनी सबसे ज्यादा कैच पकड़ने वाले दूसरे वीकेटकीपर है।


3) लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी

पंजाब के खिलाफ इस मैच प्लेसिस ने 87 तो वहीं वॉट्सन ने 83 रनों की पारी खेली। उन्होंने 181 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को 10 विकेटों से जीत दिलाई। यह 10 विकेटों की जीत में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। 10 विकेटों की जीत में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड गौतम गंभीर और क्रिस लीन के नाम है। दोनों ने 2017 आईपीएल में गुजरात लायंस के खिलाफ 184 रनों की साझेदारी की थी और मैच को अपने नाम किया था।

4) पंजाब के खिलाफ ही दोबारा ये कारनामा

चेन्नई की टीम ने आज पंजाब वाले इस मैच से पहले आईपीएल के इतिहास में बस एक बार ही 10 विकेटों से जीत हासिल की है। दिलचस्प बात ये है कि दोनों बार चेन्नई की टीम ने ये कारनामा किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ ही किया है। इससे पहले साल 2013 में चेन्नई ने पंजाब को मोहाली के मैदान पर 10 विकटों से हराया था। तब पंजाब ने चेन्नई के सामने 139 रनों का लक्ष्य रखा था और चेन्नई के तरफ से ओपनिंग में माइकल हसी ने 86 तो वहीं मुरली विजय ने 50 रनों की पारी खेली थी।

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