कप्तान बैन, 2 गेंद का इस्तेमाल, जानें IPL 2025 से पहले क्या नए नियम बने और क्या बदल गए

Updated: Fri, Mar 21 2025 10:14 IST
IPL 2025 New Rules What has changed and what has remained the same
Image Source: BCCI

IPL 2025 New Rules: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 22 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल 2025 के लिए नियमों में कुछ बदलाव किया है। गुरुवार (20 मार्च) को मुंबई स्थित बीसीसीआई के हेडक्वार्टर में सभी दस टीमों के कप्तानों की मीटिंग हुई, जिसमें कुछ अहम फैसले लिए गए। आइए जानते हैं कि आईपीएल के 18वें सीजन से पहले क्या बदलाव हुए हैं और क्या नहीं। 

सलाइवा बैन हटाया गया

आईपीएल 2025 में गेंदबाज गेंद पर सलाइवा का इस्तेमाल कर सकेंगे, इस पर लगे बैन को हटा दिया गया है। बता दें कि कोविड-19 महामारी के चलते मई 2020 में आईसीसी ने एतिहात के तौर पर गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल पर रोक लगाई थी, फिर 2022 में इस पर पूर्ण रूप से बैन लगा दिया गया। सलाइवा बैन का नियम आईपीएल में भी लागू किया गया था, जिसे अब हटा लिया गया है। 

दूसरी पारी में 2 गेंद 

दूसरी पारी में 2 गेंद इस्तेमाल करने का नया नियम आया है। आईपीएल मैच में दूसरी गेंद दूसरी पारी के 11वें ओवर के बाद ली जा सकेगी। इस नियम का मुख्य उद्देश्य ओस के प्रभाव को कम करना है जो अक्सर रात के समय के मैचों को प्रभावित करता है। इस नियम के आने से टॉस जीतने वाले कप्तान को किसी भी लाभ की संभावना कम हो जाएगी। गेंद बदलने के नियम में बीसीसीआई ने यह फैसला अंपायरों के विवेक पर छोड़ दिया है। अंपायरों पर निर्भर करेगा की वह तय करें कि गेंद को बदलने की जरूरत है या नहीं। वे ओस की मौजूदगी के आधार पर फैसला करेंगे।

स्लो ओवर रेट के लिए बैन नहीं

स्लो ओवर रेट के लिए अब कप्तान पर बैन नहीं लगेगा। बता दें कि पहले एक सीजन में दो से ज्यादा मैच स्लो ओवर रेट होने के चलते कप्तान को बैन झेलना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हालांकि अब स्लो ओवर रेट पर मैच फीस कटौती होगी और डिमेरिट पॉइंट्स मिलेंगे। डिमेरिट पॉइंट्स जिनकी गणना अगले तीन सालों के लिए की जाएगी, जिससे भविष्य में मैच बैन का खतरा बढ़ सकता है। 

इम्पैक्ट प्लेयर नियम बना रहेगा

2023 से चला आ रहा इम्पैक्ट प्लेयर नियम बना रहेगा। इस नियम के अनुसार टॉस के समय दोनों टीमों के कप्तानों को अपनी प्लेइंग 11 का ऐलान करने के साथ उन 5 प्लेयर्स के नाम देने होते हैं जिनको वह मुकाबले के बीच किसी दूसरे खिलाड़ी की जगह पर शामिल कर सकते हैं औऱ बाहर जाने वाला खिलाड़ी दोबारा मैच में शामिल नहीं हो सकता। बीसीसीआई इस नियम को 2027 तक लागू रखेगी। 

नो बॉल -वाइड गेंद के लिए DRS

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कमर से ऊपर की नो-बॉल और आउटसाइट ऑफस्टंप वाइड गेंदों पर DRS लेने की अनुमति देने का भी फैसला किया गया है। इससे बल्लेबाजों औऱ गेंदबाजों, दोनों को ही मुकाबले में फायदा होगा। 

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