करुण नायर नहीं ले रहे रुकने का नाम, 752 की औसत से बना रहे हैं रन; VHT के सेमीफाइनल में भी बनाए 44 गेंदों में 88 रन
अगले महीने होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का ऐलान बस कुछ ही दिनों में होने वाला है ऐसे में हर भारतीय फैन की निगाहें भारतीय टीम के सेलेक्शन पर हैं। इस बीच एक नाम ऐसा भी है जिसने 8 साल बाद भारतीय क्रिकेट फैंस और सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी ओर खींचने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और वो नाम है करुण नायर, जो विजय हजारे ट्रॉफी में गेंदबाजों का काल बन चुके हैं।
करुण नायर ने विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी करते हुए सेमीफाइनल मुकाबले तक 752 की औसत से रन बनाए हैं। गुरुवार को 50 ओवर के टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में, करुण ने सिर्फ 44 गेंदों पर 88 रनों की पारी खेली और इस तूफानी पारी के चलते ही विदर्भ ने वडोदरा के कोटांबी स्टेडियम में 50 ओवरों में 3 विकेट पर 380 रन का पहाड़नुमा स्कोर बनाया।
करुण नायर ने अपनी पारी में पांच छक्के और नौ चौके लगाए, जिससे विदर्भ ने अपना स्कोर 350 के पार पहुंचाया। विदर्भ की अगुआई कर रहे कर्नाटक के बल्लेबाज 48वें ओवर की शुरुआत में 51 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन अपनी आखिरी 13 गेंदों पर नायर ने अपनी फिनिशिंग पावर का प्रदर्शन करते हुए 37 रन बना दिए। इस पारी को मिलाकर करुण नायर ने विजय हजारे ट्रॉफी में सात पारियों में 752 रन बनाए हैं और उनका औसत भी इतना ही है।
करुण ने टूर्नामेंट में पांच शतक बनाए हैं, जिनमें से चार शतक उन्होंने लगातार बनाए हैं। करुण नायर के इस धमाकेदार फॉर्म को देखते हुए भारतीय फैंस यही उम्मीद करेंगे कि ना सिर्फ उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में मौका दिया जाए बल्कि चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी चुना जाए। करुण नायर का फॉर्म बिल्कुल सही समय पर आया है, क्योंकि भारतीय मुख्य चयनकर्ता 18 या 19 जनवरी को इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज और 19 फरवरी से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम चुनने के लिए बैठक करने वाले हैं। ऐसे में नायर को इस बार नजरअंदाज करना चयनकर्ताओं के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होगा।
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आपको बता दें कि करुण नायर का क्रिकेट सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक तिहरा शतक लगाने के बावजूद, उन्हें कुछ ही समय बाद भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया, इस फैसले ने कई लोगों को हैरान कर दिया था। इसके अलावा नायर को वनडे करियर में भी सीमित सफलता मिली, जिसमें उन्होंने सिर्फ़ दो मैच खेले।