'पहले सरफराज को सीरीज में फेल होने दो', सौरव गांगुली ने सरफराज खान को लेकर की सीधी बात
भारतीय क्रिकेट टीम की न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-3 की हार के बाद युवा बल्लेबाज सरफराज खान को काफी ट्रोल किया गया और अब कुछ फैंस का मानना है कि सरफराज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में मौका नहीं देना चाहिए। हालांकि, इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने संघर्ष कर रहे सरफराज खान का समर्थन किया है और आलोचकों से आग्रह किया है कि वो इस बल्लेबाज को विदेशी मैचों में मौका दिए बिना उसको जज ना करें।
गांगुली ने कहा कि लोगों को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 के दौरान ऑस्ट्रेलिया में उसे बल्लेबाजी करते देखने के बाद ही कुछ कहना चाहिए। 27 वर्षीय बल्लेबाज ने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सीरीज में तीन अर्द्धशतक बनाए थे। इसके बाद उन्होंने बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के पहले मैच की दूसरी पारी में अपना पहला टेस्ट शतक भी बनाया लेकिन वो पुणे और मुंबई में बाकी दो मैचों में असफल रहे जिसके बाद ना सिर्फ आलोचकों ने बल्कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी टीम में सरफराज की जगह पर सवाल उठाए।
हालांकि, गांगुली युवा बल्लेबाज की आलोचना से खुश नहीं हैं। सौरव गांगुली ने रेवस्पोर्ट्ज़ पर बोलते हुए कहा, "कुछ भी कहने से पहले उसे एक मौका दें। आप उसे मौका दिए बिना कुछ नहीं कह सकते। उसे पहले सीरीज में असफल होने दें। उसने घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बनाए हैं और अपनी योग्यता के आधार पर प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बनाई है। किसी ने उसका भला नहीं किया है।"
आगे बोलते हुए दादा ने कहा, "सीरीज़ में बल्लेबाज़ी करने से पहले उसे खारिज़ मत करिए। एक बार जब वो कुछ मैच खेल लेगा, तो आप उसे जज करने की स्थिति में होंगे। मैं बहुत स्पष्ट हूं कि वो बल्लेबाजी करने और बल्ले से अपना कौशल दिखाने का हकदार है और फिर हमें पता चलेगा कि वो कितना अच्छा या बुरा है। ऐसा किए बिना, सरफ़राज़ खान पर कोई फ़ैसला मत दीजिए।"
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आपको बता दें कि छह टेस्ट मैचों में, सरफ़राज़ ने 37.10 की औसत से 371 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। ऐसे में वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कितना सफल हो पाते हैं ये देखना दिलचस्प होगा।