शाहीन आफरीदी के एशिया कप 2022 से बाहर होने से मुसीबत में पाकिस्तान : वसीम अकरम

Updated: Tue, Aug 23 2022 22:52 IST
Shaheen Afridi Wasim Akram (Image Source: Google)

नई दिल्ली, 23 अगस्त - पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज वसीम अकरम का मानना है कि आगामी एशिया कप से पहले चोट के कारण शाहीन शाह आफरीदी का बाहर होना बाबर आजम की टीम के लिए एक बड़ा झटका है। 2018 में अपने डेब्यू के बाद से आफरीदी ने अंतरराष्ट्रीय खेल के तीनों प्रारूपों में पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने 40 टी20 मैचों में 47 विकेट लिए हैं और 2021 टी20 विश्व कप में भारत पर पाकिस्तान की 10 विकेट की जीत में उन्होंने चार ओवरों में 3/31 विकेट लिए थे।

अकरम ने कहा, "शाहीन आफरीदी को पाकिस्तान टीम द्वारा बहुत मिस किया जाएगा। नई गेंद से विकेट लेने के कारण वह महत्वपूर्ण रहे हैं। इस प्रारूप में, यदि आपको विपक्ष को रोकना है, तो यह शुरूआती विकेट लेकर किया जा सकता है और यही वह करते आए हैं। वह सभी प्रारूपों में विकेट टू विकेट गेंदबाजी करते हैं, चाहे कोई भी बल्लेबाज हो।"

उन्होंने कहा, "वह बहुत सुसंगत है और सभी प्रारूपों में पाकिस्तान का मुख्य गेंदबाज है। इस बात की काफी आलोचना हुई, जब उन्हें ब्रेक नहीं दिया गया और उसका भार प्रबंधन नहीं किया जा रहा था। लेकिन वह केवल 22 वर्ष के हैं और चोट के कारण बाहर होना पड़ा है।"

आफरीदी को श्रीलंका के खिलाफ गॉल टेस्ट में चोट लग गई थी और तब से वह एक्शन से बाहर हैं।

अकरम ने आगे पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण पर अपनी चिंता व्यक्त की, जिसमें अब आफरीदी की अनुपस्थिति के कारण विविधता की कमी हो गई है।

नसीम शाह, शाहनवाज दहानी, जो पाकिस्तान के लिए खेलने के लिए तैयार हैं। वहीं, हसनैन, हारिस रऊफ और आलराउंडर मोहम्मद वसीम जैसे 150 प्लस तेज गेंदबाजों के पास गति है। वे एक अच्छे गेंदबाजी आक्रमण हैं। लेकिन वे सभी राइट हैंडर्स हैं और बाएं हाथ का तेज गेंदबाज न होने से टीम के पास विविधता की कमी हो गयी है।"

बल्लेबाजी विभाग में, पाकिस्तान का नेतृत्व कप्तान बाबर आजम करेंगे, जो सभी प्रारूपों में शानदार फॉर्म में हैं। भारत के बल्लेबाज विराट कोहली के साथ आजम की तुलना के बारे में पूछे जाने पर अकरम ने महसूस किया कि दोनों के बीच किसी भी तरह का तुलना करना जल्दबाजी होगी।

उन्होंने कहा, "यह (तुलना) स्वाभाविक है। जब हम खेलते थे, मुझे याद है कि लोग इंजमाम-उल-हक की तुलना राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर से करते थे। इससे पहले, यह जावेद मियांदाद-सुनील गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ और जहीर अब्बास के बीच होता था। यह स्वाभाविक है, जैसा आपने कहा कि बाबर तीनों प्रारूपों में बहुत सुसंगत रहे हंै, क्योंकि उनके पास अच्छी तकनीक है, इसलिए वह इतना सुसंगत रहे हैं।"

TAGS

संबंधित क्रिकेट समाचार

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें