द्रविड़ की वजह से नहीं हुई थी सहवाग की तीसरी ट्रिपल सेंचुरी, आउट होने के बाद मुरलीधरन से बताया था दर्द
भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक लगाने वाले वीरेंद्र सहवाग एकमात्र खिलाड़ी हैं। इस विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ से दुनिया के लगभग सभी गेंदबाज़ कांपते थे क्योंकि सहवाग टेस्ट क्रिकेट को भी टी-20 की ही तरह खेलते थे और उनका ये फॉर्मूला उनके लिए काफी सफल भी साबित हुआ। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राहुल द्रविड़ की वजह से सहवाग अपने टेस्ट करियर का तीसरा तिहरा शतक नहीं लगा पाए थे?
जी हां, वीरेंद्र सहवाग अपने तीसरे तिहरे शतक से महज़ 7 रन से चूक गए थे और इस बात का जिम्मेदार वो टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ को मानते हैं। इस बात का खुलासा खुद उन्हें 293 पर आउट करने वाले महान आफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने किया था। 2009 में मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था जिसमें सहवाग ने भारत की पहली पारी में 293 रन बना दिए थे लेकिन राहुल द्रविड़ की सलाह मानने के चक्कर में वो अपने तिहरे शतक से चूक गए
मुरलीधरन की गेंद पर वो उन्हीं को कैच थमा बैठे और इस तरह उनका तीसरा तिहरा शतक लगाने का सपना टूट गया। आउट होने के बाद वीरेंद्र सहवाग ने मुरलीधरन से कुछ कहा था जिसके बारे में मुरली ने भी खुलासा किया। मुरली ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत के दौरान बताया, 'मुझे याद है कि सहवाग मुंबई में हमारे खिलाफ 290 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और मुझे लगता है कि द्रविड़ ने ही उन्हें रुकने के लिए कहा था, क्योंकि वो अगले दिन 300 रन बना सकते थे। अगले दिन सुबह, सहवाग ने गेंद टैप करने की कोशिश की, लेकिन वो मेरे हाथों कॉट एंड बोल्ड हो गए। इसके बाद उन्होंने मुझसे कहा 'मुझे राहुल की बात कभी नहीं सुननी चाहिए थी और आपके पीछे पड़ना चाहिए था।'
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मुरली की बात सुनने के बाद ज़ाहिर है कि सहवाग अगर द्रविड़ की बात ना मानते तो वो तीन तिहरे शतक पूरे कर सकते थे लेकिन ऐसा ना हो सका। वहीं, अगर भारत और श्रीलंका के बीच सीरीज के इस तीसरे टेस्ट की बात करें तो भारत ने ये टेस्ट मैच एक पारी और 24 रन से जीता था। इसके साथ ही भारत ने सीरीज को भी 2-0 से अपने नाम कर लिया था।