4 क्रिकेटर जिनकी कमी कभी नहीं पूरी हो सकती, कोई नहीं कर सकता रिप्लेस
क्रिकेट के इतिहास में सचिन तेंदुलकर से लेकर ब्रायन लारा जैसे दिग्गज क्रिकेटर हुए जिन्होंने ढेर सारे इंटरनेशनल रन बनाए। कोई ना कोई नया खिलाड़ी आपको सचिन या फिर लारा के अंदाज में खेलता हुआ नजर आ जाएगा। लेकिन, क्रिकेट के इतिहास में 4 ऐसे क्रिकेटर हुए जिनकी तरह क्रिकेट खेलना लगभग असंभव है।
एम एस धोनी: दिग्गज एम एस धोनी ने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी-20 मैच खेले। ना केवल कप्तानी से बल्कि विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी से भी धोनी ने टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों के लिए नए आयाम सेट किए। धोनी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। शायद ही कभी विश्व क्रिकेट में धोनी की कमी पूरी हो पाए।
एडम गिलक्रिस्ट: ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट जैसे खिलाड़ी सदियों में एक बार पैदा होते हैं। वनडे क्रिकेट में ओपनिंग करने वाले एडम गिलक्रिस्ट ने टेस्ट क्रिकेट में लोवर ऑर्डर में ताबड़तोड़ बैटिंग करके टेस्ट क्रिकेट की काया ही पलट दी। एडम गिलक्रिस्ट ने 96 टेस्ट, 287 वनडे और 13 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।
वीरेंद्र सहवाग: टेस्ट हो या टी-20 सहवाग के लिए क्रिकेट का हर फॉर्मेट लगभग एकसमान था। टेस्ट क्रिकेट में 82.23 वनडे में 104.34 और टी-20 में 145.39 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग करने वाले सहवाग ने शोएब अख्तर से लेकर डेल स्टेन जैसे दिग्गज गेंदबाजों के दिल में दहशत पैदा करने का काम किया था।
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एबी डिविलियर्स: साउथ अफ्रीका के दिग्गज खिलाड़ी एबी डिविलियर्स 360 डिग्री प्लेयर थे। एबी डिविलियर्स ने साउथ अफ्रीका के लिए 114 टेस्ट, 228 वनडे और 78 टी-20 मैच खेले। एबी डिविलियर्स ने अपने अकेले के दमपर अफ्रीका टीम को तमाम मैच जितवाए।