नहीं रुक रही उम्र की धोखाधड़ी, अब एक और क्रिकेटर पर लगा 2 साल का बैन
भारत में युवा क्रिकेटर्स उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेलने के लिए अपनी उम्र के साथ काफी छेड़छाड़ करते हैं और अपनी उम्र कम दिखाने के लिए नकली दस्तावेज भी तैयार करवा लेते हैं लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पिछले कुछ सालों में इस मामले में काफी सख्ती अपनाई है और कई क्रिकेटर्स को उम्र में धोखाधड़ी करने के लिए बैन भी किया गया है लेकिन इसके बावजूद ये सिलसिला रुकता हुआ नहीं दिख रहा है।
अब बीसीसीआई ने ओडिशा के एक क्रिकेटर सुमित शर्मा पर उम्र की धोखाधड़ी के चलते दो साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। सुमित ने अपने करियर के दौरान कई जन्म प्रमाण पत्र बनाए हैं। ये ऑलराउंडर खिलाड़ी सीजन का अपना पहला रणजी ट्रॉफी मैच खेलने के लिए टीम के साथ बड़ौदा पहुंचा था, लेकिन मैच से पहले, क्रिकेटर को गवर्निंग बॉडी की अनुशासनात्मक समिति द्वारा निलंबन पत्र सौंप दिया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सुमित का जन्म प्रमाण पत्र 2015-16 सीज़न में जमा किए गए प्रमाण पत्र से मेल नहीं खाता था, जिसने कई अटकलों को जन्म दिया और अंततः बोर्ड द्वारा उन्हें निलंबित कर दिया गया। इस बीच, ओडिशा क्रिकेट एसोसिएशन (ओसीए) ने पहले मैच के लिए सुमित के स्थान पर तारिणी सा को टीम में शामिल किया है। तारिणी को टीम में शामिल कर लिया गया है लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया है।
ओसीए सचिव संजय बेहरा ने एक प्रेस बयान में इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “ओडिशा सीनियर पुरुष टीम के खिलाड़ी सुमित शर्मा को बीसीसीआई ने 2 साल के लिए बीसीसीआई घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है क्योंकि उन्होंने कई आयु प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए हैं। वर्ष 2015-16 में जूनियर स्तर पर खेलते समय उनके द्वारा बनाए गए प्रमाण पत्र वर्तमान सीज़न के लिए बनाए गए प्रमाणपत्रों से मेल नहीं खाते हैं।”
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इस बैन का मतलब ये है कि सुमित दो साल के लिए घरेलू क्रिकेट के किसी भी टूर्नामेंट में खेलते हुए नहीं दिखेंगे और शायद ऐसा भी हो सकता है कि दो साल के बाद वो क्रिकेट खेलते हुए ही ना दिखें क्योंकि क्रिकेट खेलने के लिए उम्र एक बड़ा पैमाना माना जाता है और सुमित के करियर के ये दो साल उन्हें और पीछे धकेल देंगे ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि वो वापसी कर पाएंगे या नहीं।