WATCH: पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी से छुट्टी, धोनी भी आते तो भी कुछ नहीं कर सकते थे - सना मीर
पाकिस्तान के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 किसी बुरे सपने से कम नहीं रही। अपने ही घर में हो रही इस बड़ी आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम पहले ही बाहर हो चुकी है। टीम ने अपने पहले दोनों मुकाबले गंवा दिए—19 फरवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार और फिर 23 फरवरी को दुबई में चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत के हाथों करारी शिकस्त। पाकिस्तान की हार का सिलसिला यहीं नहीं रुका, जब न्यूजीलैंड ने बांग्लादेश को हराया, तो इसका असर यह हुआ कि पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों ही टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
अब इस पर प्रतिक्रियाएं आनी लाज़मी थीं, और पाकिस्तान की पूर्व महिला कप्तान सना मीर ने भी टीम सिलेक्शन को लेकर करारा तंज कसा है। उनका कहना है कि पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज भी इसे नहीं बचा सकते थे।
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टीम सेलेक्शन में ही हार गए थे पाकिस्तान
सना मीर ने ‘Game On Hai’ शो पर कहा कि पाकिस्तान ने आधा टूर्नामेंट तभी हार दिया था, जब उन्होंने अपनी 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि जब टीम को कम से कम एक मैच दुबई में खेलना था, तो सिर्फ दो पार्ट-टाइम स्पिनर्स लेकर क्यों आए? उन्होंने अबरार अहमद का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने पिछले पांच महीनों में 165 रन खर्च कर सिर्फ दो विकेट लिए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जो खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ पिछली दो सीरीज में अच्छा प्रदर्शन कर चुके थे, उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने इर्फान खान नियाज़ी का जिक्र किया, जो अच्छे फील्डर भी हैं और दमदार हिटिंग भी कर सकते थे, लेकिन उन्हें मौका ही नहीं दिया गया।
धोनी भी कुछ नहीं कर सकते थे
सना मीर ने अपने एक दोस्त के साथ हुई बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि जब भारत के खिलाफ पाकिस्तान मैच खेल रहा था, तो उनके दोस्त ने मैसेज किया कि ‘100 पर 2 है, अब तो पाकिस्तान गया’। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि पाकिस्तान तब ही बाहर हो गया था जब टीम का ऐलान हुआ था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “अगर इस टीम को एमएस धोनी या पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान भी लीड करते, तब भी कुछ नहीं हो सकता था, क्योंकि टीम का चयन हालात के हिसाब से नहीं किया गया।”
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अब पाकिस्तान का अगला मैच 27 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ होगा, लेकिन इस मैच का कोई खास महत्व नहीं बचा है, क्योंकि दोनों ही टीमें पहले ही बाहर हो चुकी हैं।