एडिलेड के बाद पर्थ में भी भारत की जीत पक्की !
11 दिसंबर। भारत ने एडिलेड टेस्ट जीतकर उम्मीद जगा दी है। अब भारत का दूसरा टेस्ट मैच पर्थ में खेला जाना है। 14 दिसंबर को पर्थ के मैदान पर दूसरा टेस्ट मैच खेलने के लिए मैदान पर उतरेगी।
भारतीय टीम ने एडिलेड टेस्ट में जिस अंदाज में परफॉर्मेंस किया है उससे हर किसी को अब उम्मीद जग गई है कि भारत की टीम सीरीज भी जीत सकती है।
गौरतलब है कि पर्थ में भारतीय टीम ने 4 टेस्ट मैच खेले हैं और 1 टेस्ट में जीत हासिल हुई है। इसके अलावा 3 टेस्ट मैच में भारत को हार मिली है।
भारतीय टीम 2008 में पर्थ के मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराने में सफल रही थी। उस मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 72 रनों से हराया था। ऐसे में पर्थ जीतने के लिए भारत को उसी तरह का परफॉर्मेंस करना होगा।
ऐसे में आईए जानते हैं कि पर्थ टेस्ट जीतने के लिए भारतीय टीम को क्या करना चाहिए।
बल्लेबाजों को जमकर दिखाना होगा दम
भारत की टीम एडिलेड टेस्ट में अच्छी बल्लेबाजी कर पाने में सफल रही थी जिसके कारण ही भारतीय टीम को जीत मिल पाई थी। ऐसे में अब पर्थ टेस्ट मैच में भारत को जीतना है तो हर एक बल्लेबाजों को तेज गेंद और बाउंसर से निपटकर हर हाल में अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी। पर्थ में खासकर महान विराट कोहली को ऐसी पारी खेलनी होगी जो मैच का रूख तय कर सके।
पुजारा को एक बार फिर बनना होगा मिस्टर डिपेंडेबल
एडिलेड टेस्ट में पुजारा ने दोनों पारियों में शानदार पारी खेलकर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। पुजारा को अब एक बार फिर पर्थ टेस्ट में कमाल की पारी खेलनी होगी। पुजारा को पिच पर रूककर एक ऐसी जुझारू पारी खेलनी होगी जिससे कंगारू तेज गेंदबाजों का हौसला पस्त हो सके।
ओपनर्स को देनी होगी जबरदस्त शुरूआत
पर्थ टेस्ट मैच में ओपनर्स की भूमिका अहम होने वाली है। पर्थ की पिच यकिनन तेज गेंदबाजों को मदद करेगी ऐसे में यदि भारतीय ओपनर्स बल्लेबाज शुरूआत के 2 घंटे निकाल पाने में सफल रहे तो यकिनन भारत की टीम मैच पकड़ मजबूत कर पाएगी। यानि ओपनर्स की भूमिका काफी अहम होने वाली है पर्थ टेस्ट में।
भारतीय तेज गेंदबाजों को लिखनी होगी विजय गाथा
वर्तमान भारतीय टीम में कमाल के तेज गेंदबाज हैं। खासकर मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह ऐसे तेज गेंदबाज हैं जो अपने परफॉर्मेंस से मैच का रूख मोड़ सकते हैं।
खासकर इशांत शर्मा पर्थ टेस्ट मैच में अच्छा परफॉर्मेंस कर सकते हैं। इशांत शर्मा लंबे कद के गेंदबाज हैं जो पर्थ की पिच पर अपनी गेंदबाजी में तेजी के साथ शानदार उछाल पा सकने में सफल हो सकते हैं।
जसप्रीत बुमराह ने एडिलेड टेस्ट मैच में 153.25 किमी प्रति रफ्तार के साथ गेंद फेंककर हर किसी को चकित कर दिया था। ऐसे में पर्थ टेस्ट मैच में इसी तेजी के साथ गेंदबाजी कर पाने में सफल रहे तो यकिनन कंगारू बल्लेबाजों के लिए उनको झेलना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है।
यानि हम सकते हैं कि पर्थ में जीत हासिल करनी है तो भारतीय गेंदबाजों के अलावा भारतीय बल्लेबाजों को हर हाल में अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी। वैसे पर्थ में भारतीय तेज गेंदबाजों का परफॉर्मेंस ही मैच में अहम साबित होने वाला है।