पृथ्वी शॉ ने CSK के खिलाफ तूफानी पारी के बाद टीम इंडिया में वापसी को लेकर तोड़ी चुप्पी,बया किया अपना दर्द
ऑस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम से निकाले गए सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने शनिवार को यहां आईपीएल-14 मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) की चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) पर सात विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले शॉ ने विजय हजारे ट्राफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए चार शतक लगाए। अब शॉ ने आईपीएल के इस सीजन के पहले ही मैच में शानदार अर्धशतक जड़ा लेकिन इन तमाम सफलताओं के बावजूद अभी वह भारतीय टीम में वापसी के बारे में नहीं सोच रहे हैं।
मैच के बाद शॉ ने कहा, "मैं अभी भारतीय टीम के बारे में अधिक नहीं सोच रहा क्योंकि टीम से निकाला जाना सचमुच काफी निराशाजनक था। मैं उससे आगे बढ़ गया हूं। मैंने मान लिया है कि मेरी बैटिंग तकनीक में कमी है और मुझे सबसे पहले उसे सुधारना है। मुझे इस पर काम करते हुए अपने आप में सुधार लाना है। इसके लिए मैं किसी तरह का बहाना नहीं बना सकता।"
सीएसके के खिलाफ मैच में दिल्ली के नवनियुक्त कप्तान ऋषभ पंत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनकी टीम उनके गुरू रहे महेंद्र सिंह धोनी की सुपर किंग्स को 188 रनों पर रोकने में सफल रही और फिर शिखर धवन (85 रन, 54 गेंद,10 चौके, 2 छक्के) तथा पृथ्वी शॉ (72 रन, 38 गेंद, 9 चौके, 3 छक्के) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 138 रनों की साझेदारी के दम पर सात विकेट से जीत दर्ज की।
दिल्ली की टीम बीते सीजन में फाइनल तक पहुंची थी जबकि सुपर किंग्स प्लेऑफ में भी नहीं पहुंच सके थे। दिल्ली के खिलाफ धोनी का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी निराशाजनकर रहा। वह दो गेंदें खेलकर खाता खोले बगैर पवेलिटन लौटे।
अपनी वापसी वाली पारी के बारे में पृथ्वी शॉ ने कहा, " हमने जो प्लान बनाया, उस पर अमल भी किया। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद ड्रॉप होने के बाद मैं प्रवीण (आमरे) सर के पास गया। अपनी बैटिंग पर चर्चा की और फिर घरेलू मैच खेले, जिसका मुझे फायदा हुआ। मुझे बहुत खुशी है कि मैं वापसी कर सका। मेरी बैटिंग में जो भी कमी है, मैं उस पर काम कर रहा हूं।"