IND vs ENG: प्रसिद्ध कृष्णा के खेल के कायल हुए केएल राहुल, जानें खिलाड़ी की किस बात ने किया बल्लेबाज को प्रभावित
भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा कि उन्हें अपने पहले ही वनडे मैच में तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा के शानदार प्रदर्शन हैरानी नहीं हुई और वह युवा गेंदबाज के आक्रामकता और बहादुरी से काफी प्रभावित हुए हैं।
कृष्णा ने इंग्लैंड के खिलाफ यहां महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में हुए पहले वनडे मुकाबले से पदार्पण किया था और अपने पहले मैच में ही उन्होंने 54 रन देकर चार विकेट झटके थे। वह डेब्यू पर सबसे अधिक विकेट झटकने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं।
राहुल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मुझे इस बात से हैरानी नहीं हुई जिस तरह पिछले मैच में कृष्णा ने प्रदर्शन किया। मुझे हमेशा से भरोसा था कि कर्नाटक से अगला खिलाड़ी भारतीय टीम में कृष्णा ही होगा। हम एक ही बैच के नहीं है लेकिन मैंने उन्हें जूनियर क्रिकेट खेलते हुए तथा नेट्स पर काफी देखा है। वह ऐसे हैं जो आपकी नजर में रहेंगे।"
उन्होंने कहा, "कृष्णा के साथ मुश्ताक अली और विजय हजारे के कुछ सत्रों में खेलने के बाद मुझे पता चला कि वह बहादुर हैं और उनमें खेल की अच्छी समझ है। वह जिस तरह खेल को समझते हैं वो प्रभावित करने वाला है।"
राहुल ने कहा, "आपने पिछले मैत में देखा होगा कि कृष्णा ने उन्होंने बल्लेबाज से एक या दो शब्द कहे। वह प्रतियोगिता में बने रहना पसंद करते हैं जो मुझे काफी पंसद आया। लेकिन जिस तरह उन्होंने पहले ओवर के दो विकेट लिए वह खिलाड़ी के क्वालिटी को परिभाषित करता है। अगर वह और मेहनत करेंगे तो भारतीय टीम के लिए बड़े उपयोगी बनेंगे।"
हाल के दिनों में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों ने भारत को अच्छी सफलताएं दिलाई हैं। ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान मोहम्मद सिराज, शुभमन गिल, वाशिंगटन सुंदर और टी नटराजन जैसे खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया।
इंग्लैंड के खिलाफ चल रही सभी प्रारूपों की सीरीज में अक्षर पटेल, इशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने मौके का फायदा उठाया और बेहतर प्रदर्शन किया। राहुल ने युवा खिलाड़ियों के सफलता का श्रेय आईपीएल को दिया जिसमें वे विश्व के शीर्ष खिलाड़ियों के साथ खेलते हैं।
राहुल ने कहा, "मेरे ख्याल से इन खिलाड़ियों में जो भरोसा है उसका बड़ा कारण आईपीएल है। जो भी खिलाड़ी टीम में आ रहे है उसने आईपीएल या घरेलू क्रिकेट का सिर्फ एक सत्र नहीं खेला है। यह उनका किसी भी स्तर पर दो-तीन साल तक लगातार प्रदर्शन की वजह से हुआ है।"
उन्होंने कहा, "आपने सूर्यकुमार, क्रुणाल या इशान के साक्षात्कार देखे होंगे जिसमें इन्होंने कहा कि वह इन खिलाड़ियों के साथ आईपीएल में खेले हैं और उन्हें पता कि ये खिलाड़ी किस तरह खेलते हैं। आईपीएल के प्रदर्शन ने इन्हें काफी भरोसा दिलाया है और ये युवा खिलाड़ी इस भरोसे का साथ ही देश के लिए खेल रहे हैं।"