रोहित शर्मा ने आखिरकार खोला राज़, इस वजह से बोला था 'गार्डन में नहीं घूमना' वाला डायलॉग
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा बेशकर आईपीएल 2025 में अभी तक अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने कई कारणों से लगातार लाइमलाइट लूटी है। ऐसा ही एक नज़ारा फरवरी 2024 में विशाखापत्तनम में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान देखने को मिला था जब स्टंप माइक पर रोहित ने अपने साथियों को एक ऐसा डायलॉग बोला था जो काफी वायरल हो गया।
रोहित ने उस समय साथी खिलाड़ियों को गुस्से में कहा था कि कोई भी गार्डन में ना घूमे। इस घटना के एक साल से अधिक समय बाद, स्टार भारतीय बल्लेबाज ने आखिरकार खुलासा किया कि किस बात ने उस डायलॉग को जन्म दिया था। रोहित ने खुलासा किया कि वो चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और उस समय उनकी टीम को विकेट की दरकार भी थी इसलिए वो खिलाड़ियों को फील्डिंग में सजग करने के लिए ये सब बोल बैठे।
रोहित ने जियो हॉटस्टार पर बोलते हुए कहा, "ये विशाखापट्टनम में था, मैंने देखा कि ओवर खत्म हो गया था और खिलाड़ी आराम से टहल रहे थे, जैसे कि वो किसी बगीचे में हों। कोई भी दौड़ नहीं रहा था, मैदान में कोई जल्दबाजी नहीं थी। मैं स्लिप में फील्डिंग कर रहा था, हमारे पास दोनों छोर से स्पिनर गेंदबाजी कर रहे थे। मैच बराबरी पर फंसा हुआ था, ये एक महत्वपूर्ण मैच था, हमें जीतना था। मैंने सुबह खिलाड़ियों से कहा था कि हमें कुछ अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत है, लेकिन वो मैदान में मस्ती कर रहे थे।"
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रोहित शर्मा ने ये भी साझा किया कि भारत को मैच के उस समय एक विकेट की जरूरत थी और उनके साथियों को अधिक सक्रिय होने की जरूरत थी। भारत ने वो मैच 106 रनों से जीत लिया और पांच मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा, "मैंने दो-तीन ओवर तक इसे देखा और फिर कहा कि चीजें इस तरह नहीं चल सकतीं, आप इस तरह से क्रिकेट नहीं खेल सकते। हर कोई बस बहाव के साथ चल रहा था, जिससे मैं परेशान था और फिर मैंने सभी को ऐसा न करने के लिए कहा। एक साझेदारी चल रही थी, मैं विकेट लेने के लिए बेताब था। ऐसे क्षणों में सभी को सामूहिक प्रयास करने की जरूरत होती है। उस समय, मैंने देखा कि हर कोई अपने आप में व्यस्त था, जो मुझे पसंद नहीं आया।"