Natwest Trophy Final 2002: 'दादा ने टी-शर्ट उतारी सब जानते हैं, लेकिन उसके बाद क्या हुआ कोई नहीं जानता'
Natwest Trophy Final: 13 जुलाई 2002, भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक दिन जब दादा(सौरव गांगुली) ने लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड को नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में धूल चटाने के बाद अपनी टी-शर्ट उतारक सेलिब्रेट किया। इस सेलिब्रेशन को शायद ही कोई क्रिकेट फैन अपने जहन से निकाल सके, लेकिन नेटवेस्ट फाइनल से जुड़े कई ओर भी किस्से हैं जो फैंस को नहीं पता। साल 2022, नेटवेस्ट ट्रॉफी को पूरे 20 साल हो चुके हैं, ऐसे में लीजेंड बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर ने ऐतिहासिक मैच से जुड़े एक ऐसे किस्से को फैंस के साथ शेयर किया है, जिसके बारे में शायद ही कोई जानता होगा।
मास्टर ब्लास्टर ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो अपलोड किया है जिसमें वह नेटवेस्ट ट्रॉफी के 20 साल पूरे होने के बाद एक अनसुना किस्सा शेयर करते नज़र आए। सचिन तेंदुलकर ने कहा, '25वें ओवर तक हम 5 विकेट गंवा चुके थे। हम निराश थे क्योंकि हमने विकेट खो दिए थे। अगले दोनों ही बल्लेबाज़ काफी युवा थे। युवराज ने 2 या 2.5 साल पहले ही अपना करियर शुरू किया था। वहीं कैफ तभी टीम से जुड़ा था।'
सचिन तेंदुलकर आगे बोले, 'लेकिन उन दोनों की आंखों में इनर्जी दिख रही थी। वो एक रन को दो में बदल रहे थे और बाउंड्री भी लगा रहे थे। ड्रेसिंग रूम से उन्हें मैसेज दिए जा रहे थे वो साइन लेंगवेज में बातचीत भी कर रहे थे। जब युवी ने अटैक किया, कैफ ने उन्हें सपोर्ट दिया। और जब युवी आउट हो गया तब कैफ गेम को अंत तक ले गए।'
20 साल बाद सचिन ने बताया युवराज और मोहम्मद कैफ से जुड़ा किस्सा
क्रिकेट के भगवान कहें जाने वाले महान बल्लेबाज़ ने खुलासा करते हुए कहा, 'सभी को पता है कि दादा ने अपनी टी-शर्ट उतारकर जश्न मनाया, लेकिन एक ओर स्टोरी है जो कोई भी नहीं जानता। दरअसल मैच के बाद युवराज और मोहम्मद कैफ मुझसे मिलने आए। उन्होंने कहा, पाजी हमे पता है कि हमने अच्छा किया, लेकिन अगर हमे ओर अच्छा करना है तो क्या कर सकते हैं? मैं उनसे बोला तुमने टीम को टूर्नामेंट जीता दिया है. इससे ज्यादा तुम ओर क्या करना चाहते हो। ऐसा ही करते रहो, इंडिया क्रिकेट अच्छा करेगा।
युवराज और मोहम्मद कैफ थे जीत के हीरो
नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में इंग्लैंड को पराजित करने के लिए भारत को 326 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य हासिल करना था। भारतीय टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद 146 रनों तक 5 विकेट खो चुकी थी। इसके बाद युवराज और मोहम्मद कैफ ने मौर्चा संभाला। इस मैच में युवी ने 63 गेंदों पर 69 रनों की धुआंधार पारी खेली। वहीं मोहम्मद कैफ ने अंत तक मैदान पर बने रहते हुए 75 गेंद पर 87 रन ठोककर टीम को जीत का ताज पहनाया।