आखिर क्यों किया इंडिया के खिलाफ 'गन सेलिब्रेशन'? साहिबज़ादा फरहान ने तोड़ी अपनी चुप्पी
पाकिस्तान के युवा ओपनर साहिबजादा फरहान ने भारत के खिलाफ एशिया कप के सुपर-4 मुकाबले में अर्द्धशतक लगाने के बाद गन सेलिब्रेशन किया और उसके बाद अब उन्होंने उस सेलिब्रेशन पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। फरहान ने मैच के बाद कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि लोग क्या सोचते हैं और ये जश्न बस उस मूमेंट में उनसे हो गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक संबंधों को देखते हुए, ये विवादास्पद जश्न भारतीय फैंस को रास नहीं आया। इसलिए, इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ को सोशल मीडिया पर इसके लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ी और अंत में जब भारत के हाथों पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा तो बाद में उनका खूब मज़ाक उड़ाया गया।
मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान के करो या मरो वाले सुपर 4 मुकाबले से पहले बोलते हुए, फरहान ने कहा, "मुझे लगता है, अगर आप छक्कों की बात करें, तो आप भविष्य में ऐसा बहुत देखेंगे और वो जश्न उस समय बस एक पल था। मैं 50 रन बनाने के बाद ज़्यादा जश्न नहीं मनाता। लेकिन, अचानक मेरे दिमाग में आया कि चलो आज जश्न मनाते हैं। मैंने वैसा ही किया। मुझे नहीं पता कि लोग इसे कैसे लेंगे। मुझे इसकी परवाह नहीं है और बाकी, आप जानते हैं, आपको जहां भी खेलना है, आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहिए। ज़रूरी नहीं कि वो भारत ही हो। आपको हर टीम के खिलाफ आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहिए, जैसा कि हमने आज खेला।"
इसके अलावा, हारिस रऊफ़ ने फ़ील्डिंग के दौरान भारतीय फैंस को उकसाने की कोशिश की। सोशल मीडिया पर रऊफ का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि वो मैच के दौरान बाउंड्री पर फील्डिंग करते हुए फैंस के उकसाने पर "विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने" का इशारा करते हैं। वो अपने इस इशारे से हाल ही में हुए सैन्य गतिरोध में भारतीय विमानों को मार गिराने के उनके निराधार दावों का हवाला दे रहे थे।
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बता दें कि भारत के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान के लिए श्रीलंका के खिलाफ मुकाबला जीतना काफी जरूी होगा। वहीं, श्रीलंका के लिए भी ये मैच करो या मरो से कम नहीं होगा क्योंकि सुपर 4 के अपने पहले मैच में उन्हें भी बांग्लादेश से हार का सामना करना पड़ा था। लगातार दो हार के बाद, पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच हारने वाली टीम के प्रतियोगिता से बाहर होने की पूरी संभावना है। इस टूर्नामेंट में अबू धाबी में अभी तक भारत का खेलना बाकी है, जबकि श्रीलंका ने कुछ मैच खेले हैं, जिससे श्रीलंका का पलड़ा भारी है।