त्रिनिदाद में तबाही मचाने के बाद छलका संजू सैमसन का दर्द, बोले - 'इंडियन क्रिकेटर होना आसान नहीं'
भारत और वेस्टइंडीज के बीच वनडे सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला बीते मंगलवार (1 अगस्त) को त्रिनिदाद में खेला गया था जिसमें इंडियन टीम ने 200 रनों से बड़ी जीत हासिल की। इस मुकाबले में मेहमान टीम के चार बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़ा जिसमें से एक हैं विकेटकीपर बैटर संजू सैमसन। जी हां, त्रिनिदाद के मैदान पर संजू सैमसन का बल्ला गरजा और उन्होंने अपनी टीम के लिए 41 गेंदों पर 2 चौके और 4 छक्के लगाकर कुल 51 रन बनाए। हालांकि इस मुकाबले के बाद संजू सैमसन का दिल छलका और उन्होंने एक इंडियन क्रिकेटर होना कितना मुश्किल है दुनिया को यह बताया।
त्रिनिदाद वनडे के बाद संजू सैमसन ने कहा, 'एक इंडियन क्रिकेटर होना आसान नहीं है, यह एक मुश्किल चीज है। मैं पिछले तकरीबन 8-10 सालों से डोमेस्टिक क्रिकेट के अलावा टीम इंडिया के साथ हूं। यहां आपको अलग-अलग पॉजिशन पर बल्लेबाजी करनी होती है। इसके अलावा आपको देखना होता है कि कितने ओवर का खेल बचे है। इसके मुताबिक आपको अपनी बल्लेबाजी में बदलाव करना होता है।
संजू ने आगे बोले, 'मुझे लगता है कि मैदान पर समय बिताना और रन बनाना और अपने देश के लिए योगदान देना शानदार अनुभव है। मैं गेंदबाजों की लेंथ पर हावी होना चाहता था। यह स्कोर बनाना आसान नहीं था, इसलिए जो हमने स्कोर बनाया है मैं उसका क्रेडिट मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों को दूंगा।'
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बता दें कि 28 वर्षीय संजू सैमसन का करियर काफी उतार चढ़ाव का रहा है। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने साल 2015 में इंडियन टीम के लिए अपना डेब्यू किया था, लेकिन तब से लेकर अब तक उन्हें सिर्फ 13 वनडे और 17 टी20 मुकाबले ही खेलने को मिले हैं। वनडे क्रिकेट में विकेटकीपर बैटर की औसत 55.71 की रही है। हालांकि इसके बावजूद उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल होने के लिए संघर्ष करना पड़ा है।