जयदेव ने करा दी सौराष्ट्र की जय-जय, 3 साल में दूसरी बार बना दिया रणजी ट्रॉफी चैंपियन
Ranji Trophy 2022-23 Final : रणजी ट्रॉफी 2022-23 के फाइनल मुकाबले में जयदेव उनादकट की कप्तानी वाली सौराष्ट्र ने बंगाल को नौ विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है। जयदेव की कप्तानी में सौराष्ट्र तीन सालों में दूसरी बार रणजी चैंपियन बनी है। इस फाइनल मैच में बंगाल की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में सिर्फ 174 रन बनाए थे जिसके जवाब में सौराष्ट्र की टीम ने पहली पारी में 404 रनों का पहाड़नुमा स्कोर बना दिया।
इसके बाद दूसरी पारी में बंगाल की टीम एक भारी भरकम लीड के दबाव में थी और यही दबाव उन्हें खा गया। बंगाल की टीम दूसरी पारी में भी सिर्फ 241 रन ही बना पाई और इस तरह सौराष्ट्र को ये मैच जीतने के लिए सिर्फ 14 रन बनाने थे जिसे उन्होंने एक विकेट खोकर हासिल कर लिया और रणजी ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
इस फाइनल मुकाबले से पहले सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही भारतीय का हिस्सा थे लेकिन उन्होंने रणजी ट्रॉफी फाइनल खेलने का फैसला किया और टीम मैनेजमेंट ने उन्हें रिलीज कर दिया। उनादकट का ये फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ क्योंकि उन्होंने सौराष्ट्र को एक बार फिर से चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाते हुए मैच में कुल नौ विकेट लिए। उनादकट को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।
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आपको ये भी बता दें कि दो रणजी ट्रॉफी के साथ-साथ उनादकट एक कप्तान के रूप में सौराष्ट्र को विजय हजारे ट्रॉफी भी जितवा चुके हैं। अपनी कप्तानी में दूसरी बार रणजी चैंपियन बनाने वाले जयदेव उनादकट का नाम अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुका है। उन्होंने जो सौराष्ट्र के लिए किया है वो आने वाली कई पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का काम करेगा। रणजी का खिताब जीतने के बाद अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाकी बचे दो मैचों के लिए उनादकट को टीम इंडिया में शामिल किया जाता है या नहीं, ये आने वाले कुछ दिनों में पता चल जाएगा।