'दो औरतें मेरी बहुत बेज्जती करती थी, कहतीं थी- तेरा कुछ नहीं हो सकता'
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपने समय के सबसे तेज तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते थे और सामने वाले बल्लेबाज उनके सामने बल्लेबाज़ी करने से भी कांपते थे। मगर अब इस पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने एक पुरानी कहानी से पर्दा उठाया है जिसने वास्तव में उन्हें एक स्टार बनने के लिए प्रेरित किया था।
अख्तर ने खुलासा करते हुए बताया कि रावलपिंडी के लिए ट्रायल देते समय उनकी प्रतिभा पर सवाल उठाया गया था। उन्होंने कहा कि लोगों ने उनकी प्रतिभा पर कई तरह से सवाल उठाए थे और दो आंटियों ने तो ये तक कह दिया था कि तेरा कुछ नहीं हो सकता।
अख्तर ने स्पोर्ट्सकीड़ा के यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए कहा, "यह कहानी मेरे करियर के शुरुआती दिनों की है। मैं पिंडी (रावलपिंडी) के लिए ट्रायल दे रहा था और मुझे बताया गया कि मैं बहुत आक्रामक हूं और एक क्रिकेटर के रूप में मेरी प्रतिभा पर संदेह जताया गया था। तो, मैं सभी से पूछता था, 'आप ऐसा क्यों कह रहे हैं?' और मुझे बताया गया, 'हमने ऐसा चमत्कार पहले कभी नहीं देखा।' मैंने जवाब दिया कि 'अगर आपने इसे कभी होते नहीं देखा है, तो मैं इसे करके दिखाउंगा।'
आगे बोलते हुए अख्तर ने कहा, “जब मैं अभ्यास के लिए जाता था तो मेरे मुहल्ले की दो औरतें मुझे लगातार ताना मारती थीं। वो अक्सर मुझसे पूछते थे कि मैं कहां जा रहा हूं। मैं जवाब देता था कि 'मैं स्टार बनने जा रहा हूं'। मुझे उस समय कहां ही पता था कि ये दो खाला (चाची) वास्तव में मुझे स्टार बनने में मदद कर रही थीं। वे हर दिन मेरा अपमान करती थी और मुझे ताना देती थी। वे मुझसे कहती थीं, 'तेरा कुछ नहीं होना' और मैं जवाब देता था, 'थोड़ा इंतजार करें, मैं देश की अगली बड़ी चीज बनने वाला हूं।'