'ब्रैडमैन' नाम बन गया था अभिशाप, सर डॉन के बेटे ने परेशान होकर बदला था नाम
सर डॉन ब्रैडमैन (Don Bradman) ऐसा खिलाड़ी जिसके नाम की तूती क्रिकेट के मैदान पर जन्म-जन्मांतर बोलती ही रहेगी। सर डॉन ब्रैडमैन क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज़्यादा औसत वाले बल्लेबाज हैं। 99.94 की औसत कल्पना के परे है। सीधे शब्दों में समझें तो संन्यास के लगभग सात दशक बाद भी सर डॉन ब्रैडमैन के औसत के आसपास कोई क्रिकेटर नहीं पहुंचा। सर डॉन ब्रैडमैन के नाम में जो ब्रैडमैन शब्द है वो काफी भारी है और उनकी प्रसिद्धि का प्रभाव उनके वंशवृक्ष पर भी पड़ा।
सर डॉन ब्रैडमैन के बेटे जॉन ब्रैडमैन को अपने पिता के नाम ब्रैडमैन की वजह से हदपार अंटेशन मिलने लगा था जिससे वो काफी प्रभावित और परेशान हुए।
जॉन की बेटी ग्रेटा ब्रैडमैन ने कहा,'जब लोग बचपन में उनके पास अक्सर आते थे, तो पहला सवाल होता था क्या आप बड़े होकर अपने पिता की तरह एक खिलाड़ी बनने जा रहे हैं?' जिसके बाद सर डॉन ब्रैडमैन के बेटे जॉन ब्रैडमैन ने तय किया कि इस फेम से निपटने का सबसे अच्छा तरीका अपना नाम बदलना है।
डॉन ब्रैडमैन के बेटे ने कहा, 'मेरे पिता ने एक मित्र को कुछ पत्र लिखे जिसमें उन्होंने मेरे नाम बदलने पर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी। जो इस तथ्य को दर्शाता है कि यह उनके लिए कठिन रहा होगा।' जैसे-जैसे टॉम और ग्रेटा (जॉन ब्रैडमैन की पहली पत्नी से हुए बच्चे) बड़े होते गए, सर डॉन का स्वास्थ्य खराब होता जा रहा था और जॉन ब्रैडमैन और उनके नए साथी मेगन अपने बेटे निकोलस को जन्म देने वाले थे।
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इसके बाद जॉन ने अपना नाम वापस ब्रैडमैन में बदलने की संभावना के बारे में गंभीरता से सोचना शुरू किया और उन्होंने ऐसा किया भी। बता दें कि सर डॉन ब्रैडमैन ने 52 टेस्ट मैचों की 80 पारी में 99.94 की औसत के साथ 6996 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से 29 शतक निकले वहीं उनका बेस्ट स्कोर 334 रनों का था।