सौरव गांगुली ने पूछा टॉस जीतकर क्यों की बॉलिंग? राहुल द्रविड़ ने दिया जवाब

Updated: Sun, Jun 11 2023 18:35 IST
सौरव गांगुली ने पूछा टॉस जीतकर क्यों की बॉलिंग? राहुल द्रविड़ ने दिया जवाब (Image Source: Google)

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रन के विशाल अंतर से हरा दिया। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम WTC 2023 की चैंपियन बन गई है। भारतीय टीम की इस करारी हार के बाद फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स काफी सवाल उठा रहे हैं। इस हार के बाद हेड कोच राहुल द्रविड़ से भी कई सवाल पूछे गए जिनके जवाब भी उन्होंने ईमानदारी से दिए।

मैच के बाद सौरव गांगुली और हरभजन सिंह ने राहुल द्रविड़ से बातचीत की। सौरव गांगुली ने राहुल द्रविड़ से कई मुश्किल सवाल पूछे और उनमें से ही एक सवाल ये था कि भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला क्यों किया?

गांगुली के इस सवाल का जवाब देते हुए द्रविड़ ने कहा, 'ये स्पष्ट रूप से कठिन (लक्ष्य) था। हम कितने भी पीछे क्यों ना हों, एक उम्मीद हमेशा रहती है। पिछले 2 साल में कई टेस्ट ऐसे रहे हैं जहां हमने मुश्किल हालातों से निकलकर कड़ा मुकाबला किया है। एक बड़ी साझेदारी की जरूरत थी, इसके लिए हमारे पास बड़े खिलाड़ी थे, लेकिन उनका पलड़ा भारी था। ये 469 वाली पिच नहीं थी। मैच के पहले दिन हमने बहुत रन दे दिए। हमें पता था कि किस लाइन और लेंथ में गेंदबाजी करनी है। हमारी लेंथ खराब नहीं थी लेकिन हमने शायद बहुत ज्यादा वाइड गेंदबाजी की। हेड को काफी रूम दिया। कुछ शॉट जो हमने खेले, शायद हम और सावधान हो सकते थे।'

आगे बोलते हुए द्रविड़ ने कहा, 'विकेट पर काफी घास थी और बादल छाए हुए थे। हमने देखा है कि इंग्लैंड में बल्लेबाजी आसान हो जाती है। अगर आपने देखा तो चौथे या पांचवें दिन ज्यादा मदद नहीं मिली। हमने उन्हें 70/3 पर ला खड़ा किया था लेकिन फिर मैच को खिसकने दिया। यहां तक कि पिछली बार जब हम एजबेस्टन में खेले थे तो पिच पर बल्लेबाजी करना आसान हो गया था। 300 से अधिक का पीछा किया गया था। हमारे टॉप पांच सभी बहुत अनुभवी हैं। इन्हीं खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया में, इंग्लैंड में जीत हासिल की है। कुछ विकेट काफी चुनौतीपूर्ण रहे हैं। मैं मानता हूं कि ये अच्छी पिच थी। लेकिन कुछ अन्य जगहों पर ये कठिन भी थी।'

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आईसीसी ट्रॉफी ना जीत पाने के सवाल पर द्रविड़ ने कहा, 'हम करीब आ रहे हैं। हम सेमीफाइनल में पहुंच रहे हैं, फाइनल भी खेल रहे हैं। बस इतना है कि हमने उस दिन सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेली। खिलाड़ियों से ज्यादा इसे कोई नहीं चाहता। उनके प्रयासों को दोष नहीं दे सकते। इस मौके पर हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला। कोच के रूप में तैयारी से कभी भी खुश नहीं होंगे लेकिन ये वो वास्तविकता है जिसका हम सामना कर रहे हैं। तीन हफ्ते पहले यहां आकर अभ्यास मैच खेलना आदर्श होता। लेकिन हमें वो करना होगा जो हम कर सकते हैं। ये मत सोचो कि हमें बहाना बनाना चाहिए।'

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