'विश्व गुरु' भारत दूसरी बार बना टी 20 का विश्व चैंपियन (लीड1)
भारत ने सात विकेट पर 176 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका की चुनौती को आठ विकेट पर 169 रन पर थाम लिया। हार्दिक पांड्या ने 20 रन पर तीन विकेट तथा जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह ने दो-दो विकेट लेकर भारत को आखिरकार चैंपियन बना दिया। भारत ने 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पहला टी 20 विश्व कप जीता था।
भारत पिछले साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल और वनडे विश्व कप फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारकर खिताब से चूक गया था लेकिन इस बार उसने पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रहते हुए खिताब अपने नाम किया। विराट कोहली को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। कोहली ने इस जीत के बाद टी20 से संन्यास की घोषणा कर दी।
भारतीय टीम ने कोच राहुल द्रविड़ को विदाई के रूप में विश्व कप का विजयी तोहफा दिया। यह विश्व कप द्रविड़ का आखिरी कार्यकाल था। द्रविड़ के चेहरे पर मुस्कान साफ़ तौर पर देखी जा सकती है। मैच में तीन विकेट लेने वाले हार्दिक पांड्या ने मैच के बाद कहा,''हमें पूरा भरोसा था कि हम कहीं से भी मैच को जीत सकते हैं। जस्सी (जसप्रीत बुमराह) को क्रेडिट जाता है, जिस तरह से उन्होंने गेंदबाज़ी की। मेरी यही रणनीति थी कि योजना को अमलीजामा पहनाऊं। द्रविड़ के लिए काफ़ी ख़ुश हूं। वह एक बेहतरीन इंसान हैं, मेरे उनके साथ रिश्ते काफ़ी अच्छे हैं।''
प्लेयर ऑफ द मैच बने कोहली ने इस जीत के बाद टी20 से संन्यास की घोषणा कर दी। मैच के बाद कोहली ने कहा,''यह मेरा अंतिम टी20 वर्ल्ड कप था। और हम इसे हासिल करना चाहते थे। यह भारत के लिए मेरा आख़िरी टी20 मैच था।''
इस खिताबी जीत के बाद कप्तान की, खिलाड़ियों की और सपोर्ट स्टाफ़ की, टीवी के कॉमेंटेटर्स की आवाज़ में आंसू झलक रहे हैं और ज़ाहिर तौर पर यह पल भारतवासियों के लिए गौरवपूर्ण क्षण होने के साथ साथ भावुक क्षण भी है। जीत हासिल करते ही रोहित शांत हो गए और उनकी आंखों पर आंसूृ को साफ़ तौर पर देखा जा सकता था। बुमराह मैदान में काफ़ी उत्साहित दिखाई दे रहे थे। द्रविड़ ने बाउंड्री लाइन के पास हार्दिक को गले लगाया है। ज़्यादा दिन नहीं बीते हैं जब अहमदाबाद में पूरा देश इन खिलाड़ियों की आंखों से रो रहा था लेकिन आज ख़ुशी के आंसू बहने से कोई ख़ुद को रोकना भी नहीं चाहता। एक सपना पूरा हुआ है, सपनोंं की उड़ान को जो पंख द्रविड़ और रोहित ने दिए थे आज उस उड़ान ने अपनी मंज़िल हासिल कर ली है।''
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से हेनरिक क्लासेन ने मात्र 27 गेंदों में दो चौकों और पांच छक्कों की मदद से 52 रन की पारी खेली। वह जीत को भारत से दूर ले जा रहे थे लेकिन हार्दिक ने क्लासेन को विकेटकीपर पंत के हाथों कैच कराकर दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया।
इस खिताबी जीत के बाद कप्तान की, खिलाड़ियों की और सपोर्ट स्टाफ़ की, टीवी के कॉमेंटेटर्स की आवाज़ में आंसू झलक रहे हैं और ज़ाहिर तौर पर यह पल भारतवासियों के लिए गौरवपूर्ण क्षण होने के साथ साथ भावुक क्षण भी है। जीत हासिल करते ही रोहित शांत हो गए और उनकी आंखों पर आंसूृ को साफ़ तौर पर देखा जा सकता था। बुमराह मैदान में काफ़ी उत्साहित दिखाई दे रहे थे। द्रविड़ ने बाउंड्री लाइन के पास हार्दिक को गले लगाया है। ज़्यादा दिन नहीं बीते हैं जब अहमदाबाद में पूरा देश इन खिलाड़ियों की आंखों से रो रहा था लेकिन आज ख़ुशी के आंसू बहने से कोई ख़ुद को रोकना भी नहीं चाहता। एक सपना पूरा हुआ है, सपनोंं की उड़ान को जो पंख द्रविड़ और रोहित ने दिए थे आज उस उड़ान ने अपनी मंज़िल हासिल कर ली है।''
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पहली बार विश्व कप फ़ाइनल खेल रहे दक्षिण अफ्रीका का इस हार के साथ विश्व चैंपियन बनने का सपना टूट गया।