बर्थडे स्पेशल: शिखर धवन को 'गब्बर' सबसे पहले किसने कहा, क्या है इस नाम के पीछे की कहानी?
शिखर धवन का जन्म 5 दिसंबर 1985 को नई दिल्ली में हुआ था। घरेलू क्रिकेट भी उन्होंने दिल्ली की तरफ से ही खेला। धवन दिल्ली के लिए खेलते हुए प्वाइंट पर फील्डिंग किया करते थे और विपक्षी टीम के बल्लेबाजों पर तंज कसा करते थे। ऐसा वह बल्लेबाजों का ध्यान भटकाने और उनका विकेट लेने के इरादे से किया करते थे। उन दिनों धवन शोले फिल्म के विलेन 'गब्बर सिंह' के बोले डायलॉग 'बहुत याराना है' बोलकर विपक्षी बल्लेबाजों को स्लेज किया करते थे। इसी वजह से तब के दिल्ली के कोच विजय दाहिया, जो भारतीय टीम के लिए बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज खेल चुके हैं, ने धवन का नाम 'गब्बर' रख दिया। यह नाम धवन के साथ ऐसा जुड़ा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी उनकी पहचान इसी उपनाम से होने लगी। धवन की बल्लेबाजी के अंदाज और उनके रहन-सहन के हिसाब से भी यह नाम उन पर जंचता है।
धवन ने 2010 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था। अपने आक्रामक बल्लेबाजी के लिए मशहूर धवन को आईसीसी और एसीसी इवेंट में बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने देश के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं। भारत को 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने में धवन की अहम भूमिका रही थी और वह प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे।
धवन को भारतीय टीम की कप्तानी का मौका भी मिला है। धवन की कप्तानी में वनडे और टी20 मिलाकर भारतीय टीम ने 15 मैच खेले हैं, जिसमें 12 मैचों में भारत को जीत और 3 में हार मिली है।
शिखर धवन भारतीय वनडे क्रिकेट इतिहास के सफलतम सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। धवन ने 167 वनडे में 17 शतक और 39 अर्धशतक की मदद से 6,793 रन बनाए हैं। 34 टेस्ट में 7 शतक की मदद से 2,315 और 68 टी20 में 11 अर्धशतक की मदद से 1,759 रन उन्होंने बनाए हैं।
धवन को भारतीय टीम की कप्तानी का मौका भी मिला है। धवन की कप्तानी में वनडे और टी20 मिलाकर भारतीय टीम ने 15 मैच खेले हैं, जिसमें 12 मैचों में भारत को जीत और 3 में हार मिली है।
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धवन ने 24 अगस्त 2024 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास से पूर्व के 4-3 सालों में उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बहुत कम मौके मिले थे। संन्यास के बाद भी धवन टी20 लीग खेलते हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से फैंस से जुड़े रहते हैं।