अजहरुद्दीन के नाबाद शतक से केरल गुजरात पर हावी

हालांकि, रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के पहले दिन की तरह केरल ने दूसरे दिन भी बेहद सतर्कता के साथ बल्लेबाज़ी की और अपने पिछले दिन के स्कोर 208/4 में सिर्फ़ 210 रन जोड़े। उनका धीमा खेल यह साफ़ दर्शाता है कि वे पहली पारी में ही बड़ा स्कोर खड़ा करके रणजी ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में पहुंचने की रणनीति बना रहे हैं।
केरल ने सचिन बेबी के रूप में सुबह की दूसरे ही गेंद पर विकेट गंवा दिया था। उन्हें बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ अरज़ान नागवसवाला ने आर्या देसाई के हाथों स्लिप में आउट कराया। इसके बाद लगभग 63 ओवर तक अज़हरुद्दीन और सलमान निज़ार ने गुजरात के गेंदबाज़ों को काफ़ी परेशान किया। निज़ार इस मुकाबले में उतरने से पहले 112 नाबाद, 44 नाबाद और 150 रन की पारियां खेल चुके थे।
इस साझेदारी के दौरान गुजरात के पास अज़हरुद्दीन को 74 के स्कोर पर आउट करने का दुर्लभ मौका था लेकिन वह उसे नहीं भुना पाए। नागवसवाला की गेंद पर ज़ोरदार एलबीडब्ल्यू की अपील हुई, लेकिन रिव्यू नहीं लिया गया, जबकि रिप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप्स पर लग रही थी। यह केरल की ओर से दिए गए गिने-चुने हाफ़ चांस में से एक था।
छठे विकेट के लिए 149 रन की साझेदारी तब टूटी जब निज़ार को बाएं हाथ के स्पिनर विशाल जायसवाल ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। इसके बाद पदार्पण कर रहे अहमद इमरान ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की पहली ही गेंद को कवर बाउंड्री के बाहर पहुंचाया। उन्होंने 24 रन बनाए, लेकिन दिन के अंत में नागवसवाला की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट हो गए।
इस साझेदारी के दौरान गुजरात के पास अज़हरुद्दीन को 74 के स्कोर पर आउट करने का दुर्लभ मौका था लेकिन वह उसे नहीं भुना पाए। नागवसवाला की गेंद पर ज़ोरदार एलबीडब्ल्यू की अपील हुई, लेकिन रिव्यू नहीं लिया गया, जबकि रिप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप्स पर लग रही थी। यह केरल की ओर से दिए गए गिने-चुने हाफ़ चांस में से एक था।
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Article Source: IANS