मुंबई ने विदर्भ को दिया 538 रन का लक्ष्य
मुंबई, 12 मार्च (आईएएनएस) मुशीर ख़ान के शानदार 136 रनों की शतकीय पारी और श्रेयस अय्यर की आतिशी 95 रनों की पारी की बदौलत, मुंबई की टीम ने रणजी ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में विदर्भ के सामने 538 रनों का लक्ष्य रखा है। अगर प्रथम श्रेणी क्रिकेट के पूरे इतिहास को देखा जाए तो अब तक 536 रनों के उच्चतम लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया गया है।
तीसरे दिन की शुरुआत अजिंक्य रहाणे ने एक बेहतरीन चौके के साथ की। लेकिन इसके बाद वह अपनी पारी में सिर्फ़ 15 रन ही जोड़ पाए और 73 के निजी स्कोर पर बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे का शिकार बने।
वहीं श्रेयस अय्यर शुरुआत से ही आक्रामक बल्लेबाज़ी के मूड में थे। अपनी पारी की शुरुआत में उन्होंने आदित्य की गेंद को लांग ऑफ़ सीमा रेखा के बाहर पहुंचा कर बता दिया था कि वह किस शैली के साथ बल्लेबाज़ी करने वाले हैं। उमेश यादव और यश ठाकुर ने श्रेयस को अपनी शॉर्ट गेंदों से परेशान करने का प्रयास किया लेकिन श्रेयस ने उन गेंदों का डट कर सामना किया।
49 के निजी स्कोर पर श्रेयस को एक जीवनदान भी मिला। हर्ष की एक गेंद श्रेयस के बल्ले पर लग कर कीपर और स्लिप के बीच से निकल गई। हालांकि इसके बाद भी उन्होंने लगातार आक्रामक शॉट्स लगाए। लंच के बाद की पहली ही गेंद पर वह क्रीज़ से बाहर निकल कर आए और लांग ऑन की दिशा में एक गगनचुंबी सिक्सर लगाया।
वहीं दूसरी तरफ़ मुशीर ख़ान भी अच्छी लय में दिख रहे थे। एक समय पर मुशीर 92 के निजी स्कोर पर खेल रहे थे और तब श्रेयस के खाते में 82 रन थे लेकिन श्रेयस की आक्रमकता को देख कर ऐसा लग रहा था कि वह पहले शतक तक पहुंच जाएंगे। हालांकि उसके बाद मुशीर ने भी आक्रामक रूख़ अपनाते हुए, कई बड़े शॉट्स लगाए और अपने निजी स्कोर को 129 तक ले गए। वहीं श्रेयस अपने शतक से सिर्फ़ पांच रन पीछे रह गए। वह अपना शतक सिक्सर लगाते हुए, पूरा करना चाह रहे थे लेकिन आदित्य की गेंद पर वह लांग ऑफ़ के फ़ील्डर को कैच थमा बैठे। हालांकि तब तक मुंबई की टीम 450 रनों की लीड हासिल कर चुकी थी।
इसके बाद लगातार विकेट गिरने शुरू हो गए। यश ने हार्दिक तामोरे को 5 रन पर बोल्ड किया और यश ने लगातार गेंदों पर मुशीर और शार्दुल ठाकुर को आउट कर दिया। हालांकि शम्स मुलानी ने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेल कर मुंबई की लीड को 538 रनों तक पहुंच दिया। मुंबई के 418 रन पर ऑल आउट होने के बाद विदर्भ के सलामी बल्लेबाज़ों को दो ओवर बल्लेबाज़ी करनी पड़ी। हालांकि ध्रुव शौरी और अथर्व ने आराम से उन दोनों ओवरों को खेल लिया।