ध्यान भटकाना चाहते थे पाकिस्तानी खिलाड़ी, बल्लेबाजी के दौरान बहुत सी बातें हुईं : तिलक वर्मा
भारत-पाकिस्तान मुकाबले के हाई-वोल्टेज माहौल पर तिलक ने वर्मा मंगलवार को पत्रकारों से कहा, "पाकिस्तान हमेशा खिलाड़ियों का ध्यान भटकाने की कोशिश करता है। जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था, तब बहुत सी बातें हुईं, लेकिन मैं आपको कैमरे पर नहीं बता सकता। भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबलों में ऐसा होता है। हम खेल के बीच में बहुत कुछ कह देते हैं, लेकिन असली जवाब तब मिलता है, जब आप मैच जीतते हैं। मुझे यही करना था। मैंने यही किया।"
इस खिलाड़ी ने बताया कि तनावपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए दबाव में शांत रहना पड़ा। बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने खुद को याद दिलाया कि वह 140 करोड़ लोगों के लिए बल्लेबाजी कर रहे थे।
तिलक वर्मा ने कहा, "मैं बहुत दबाव और घबराहट में था। मेरे दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था। मेरे दिल और दिमाग में सिर्फ यही था कि मैं जो भी करूं, देश के लिए अपनी जान लगा दूं। अगर दबाव में आकर असफल हो जाऊं, तो यह सिर्फ मेरी नाकामी नहीं होगी, बल्कि 140 करोड़ लोगों को निराश करने जैसा होगा। ऐसा करने के लिए, मुझे शांत रहना था। बचपन से ही मैंने बुनियादी बातें सीखी हैं। यह आदत भी रही है कि शांत रहकर दिमाग में जो है, उसे पूरी तरह अमल में लाऊं।"
फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम महज 20 रन तक अपने 3 विकेट गंवा चुकी थी। यहां से तिलक वर्मा ने संजू सैमसन और शिवम दुबे के साथ शानदार साझेदारियां करते हुए भारत को जीत दिलाई। तिलक को 'प्लेयर ऑफ द मैच' भी चुना गया।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने स्वीकारा है कि मुकाबले के दौरान स्थिति तनावपूर्ण थी। उन्होंने कहा, "पहले तीन विकेट गिरने पर काफी दबाव था। उसके बाद स्थिति और भी मुश्किल होती गई। उस समय मैं बल्लेबाजी कर रहा था। मुझ पर काफी दबाव था। अगर मैं एक और गलत शॉट खेलता, तो टीम हार सकती थी। इसलिए मैंने खुद से कहा, "मुझे शांत रहना है, बुनियादी बातों का पालन करना है और मैच के बीच में कोई जवाब नहीं देना है।"
फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम महज 20 रन तक अपने 3 विकेट गंवा चुकी थी। यहां से तिलक वर्मा ने संजू सैमसन और शिवम दुबे के साथ शानदार साझेदारियां करते हुए भारत को जीत दिलाई। तिलक को 'प्लेयर ऑफ द मैच' भी चुना गया।
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पाकिस्तान के खिलाफ खिताबी मुकाबला जीतकर तिलक वर्मा सोमवार को हैदराबाद लौटे। शमशाबाद हवाई अड्डे पर फैंस ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद तेलंगाना खेल प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवसेना रेड्डी और प्रबंध निदेशक सोनी बाला देवी ने उन्हें सम्मानित किया।