द. अफ्रीका के खिलाफ बांग्लादेश की हार, अंपायर के फैसले पर उठे सवाल
बांग्लादेश की पारी के 17वें ओवर के दौरान ओटनील बार्टमैन की गेंद महमूदुल्लाह के पैर से लगते हुए चौके के लिए गई। दक्षिण अफ्रीका ने इस पर एलबीडब्ल्यू की अपील की और अंपायर ने आउट करार दिया।
बांग्लादेश ने फैसले के खिलाफ डीआरएस का इस्तेमाल किया और तीसरे अंपायर ने महमूदुल्लाह को नॉट आउट करार दिया। चूंकि अंपायर ने आउट दिया था इसलिए इस गेंद को डेड बॉल करार दिया गया जिस कारण बांग्लादेश को वो चार नहीं मिले और अंत में बांग्लादेश की हार का अंतर भी चार रन का ही रहा।
अंपायर के इस फैसले और अपनी हार से नाराज बांग्लादेश के बल्लेबाज तौहीद ह्रदोय ने अंपायर के फैसले की आलोचना की।
तौहीद हृदय ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो ऐसे रोमांचक मैच में यह हमारे लिए अच्छा फैसला नहीं था। मेरे नजरिये में अंपायर ने महमूदुल्लाह को आउट करार दिया, लेकिन यह हमारे लिए काफी कठिन फैसला रहा।
"वो चार रन मैच का नतीजा बदल सकते थे। नियम हमारे हाथ में नहीं हैं। उस समय वो चार रन काफी महत्वपूर्ण थे। अंपायर ने फैसला लिया और वे भी इंसान हैं तो उनसे भी गलती हो सकती है। उन्होंने कुछ मौकों पर वाइड गेंदों को वाइड नहीं दिया। ऐसे स्थल पर जहां कम स्कोर वाले मुकाबले हो रहे हैं, वहां एक-दो रन काफी मायने रखते हैं।"
23 वर्षीय बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि इस करीबी मैच में अंपायरिंग का स्तर बेहतर हो सकता था, खासकर तब जब कोई टीम छोटे लक्ष्य का पीछा कर रही हो।
दक्षिण अफ़्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट के नुकसान पर 113 रन बनाए। क्लासन और मिलर ने 79 गेंद पर 79 रनों की अहम साझेदारी के दम पर टीम को इस टोटल तक पहुंचाया।
क्लासन ने जहां पर 44 गेंद में 46 रन बनाए तो वहीं मिलर ने 38 गेंद में 29 रन बनाए थे। जवाब में बांग्लादेश की टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 109 रन ही बना पाई। बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा 37 रन तौहीद ने बनाए, बाकी सभी अन्य बल्लेबाज अफ्रीकी गेंदबाजों के आगे सरेंडर करते नजर आए।