रांची टेस्ट जीतने के बाद ध्रुव जुरेल ने कहा, 'जो भी स्थिति की मांग हो, मैं वही करना चाहता हूं'
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज के पहले दो मैचों में प्लेइंग-11 में जब ध्रुव जुरेल का नाम नहीं था, तब वो निराश जरूर हुए होंगे।
टीम के सेलेक्शन कमेटी ने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भारत को चुना था। लेकिन, केएस भरत इस मौके पर नाकाम रहे। जिसके बाद तीसरे टेस्ट में ध्रुव जुरैल को प्लेइंग-11 में जगह मिली। हालांकि, डेब्यू मैच में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन दूसरे मैच में उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी।
अपना दूसरा टेस्ट खेलते हुए जुरेल ने पहली पारी में करियर की सर्वश्रेष्ठ 90 रन की पारी खेली, जिससे भारत मैच में बना रहा। फिर, भारत की दूसरी पारी में चौथे दिन के खेल में उन्होंने शुभमन गिल के साथ मिलकर 72 रन की साझेदारी की, जिससे भारत ने इस मैच और सीरीज पर कब्जा जमाया।
ध्रुव जुरेल ने कहा कि वह हालात की मांग के अनुसार खेलते हैं। पहली पारी में भी टीम को रन बनाने की जरूरत थी, हम जानते थे कि हमें आखिर में बल्लेबाजी करनी है और इसलिए हर रन अहम होगा। वह कुछ साझेदारियों में शामिल थे, इसलिए इसका श्रेय उन सभी को जाता है जो टिके रहे और टीम के लिए रन जोड़े।
ध्रुव ने कहा कि उन्होंने बस गेंद देखी और फिर उस पर प्रतिक्रिया की, बहुत आगे के बारे में नहीं सोचा। शुभमन गिल से पारी के बीच में बातचीत को लेकर उन्होने कहा कि ये अच्छी रही।