न्यूजीलैंड ने दो हार के बाद बड़ी जीत के साथ खोला खाता
टॉस जीतकर न्यूजीलैंड ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। कीवी गेंदबाजों ने युगांडा को शुरुआती झटके दिए, जिससे यह टीम उबर नहीं पाई।
युगांडा के टॉप 5 बल्लेबाजों में तीन बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए, जबकि अन्य दो बल्लेबाज कुल 13 रन ही जोड़ पाए। मैच में साउदी ने अपने स्पेल में मात्र 7 रन देकर सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए।
मैच में साउदी के 3 विकेट के अलावा ट्रेंट बोल्ट, मिचेल सेंटनर और रचिन रविंद्र ने 2-2 विकेट झटके। लॉकी फर्ग्यूसन को 1 विकेट मिला। युगांडा की टीम 18.4 ओवर में केवल 40 रन ही बना सकी। टीम के लिए सबसे ज्यादा रन केनेथ वैसवा (11 रन) ने बनाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए, डेवोन कॉनवे के नाबाद 22 रन ने उन्हें ब्रायन लारा स्टेडियम में 9 विकेट से जीत दिलाई।
युगांडा से मिले 41 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने 5.2 ओवरों में ही लक्ष्य हासिल कर लिया। एलन 17 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, कॉन्वे 15 गेंदों में 22 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 4 चौके लगाए। रचिन रवींद्र 1 रन बनाकर नॉट आउट रहे।
विलियमसन ने मैच के बाद कहा, "थोड़ा आराम, फिर प्रशिक्षण और मैदान में नए जोश के साथ उतरने की जरूरत है। पिच बेशक मुश्किल थी लेकिन टीम ने इस मुकाबले में अपना बेस्ट दिया।
उन्होंने कहा, "हमारे खिलाड़ी अच्छे थे। यह एक कठिन सतह थी। विचारों और तरीकों पर बहुत अधिक नियंत्रण नहीं था। इससे फर्क पड़ा। हमने पिछले मैच में देखा कि यह अलग है, इस मैच में इस तरह से खेलना बेहतर था। टीमों को उच्चतम स्तर पर अधिक अनुभव मिल रहा है, जो एक टीम के रूप में विकसित होने में मदद करता है। इस तरह के अनुभव से हमेशा कुछ नया सीखने को मिलता है।"
अपने पिछले मैचों में न्यूजीलैंड को अफगानिस्तान और सह-मेजबान वेस्टइंडीज के खिलाफ हार झेलनी पड़ी। जिससे टीम टूर्नामेंट के अगले दौर में प्रवेश करने से चूक गई।
न्यूजीलैंड की टीम टूर्नामेंट के सुपर आठ चरण से बाहर हो गई है और सोमवार को इसी वेन्यू पर अपना अंतिम मैच खेलेगी।