सैयद मुश्ताक अली ट्राफी के लिए 10 से 29 जनवरी तक 7 वेन्यू पर खेलें जाएंगे मैच, दिल्ली को नहीं मिली मेजबानी
टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्तीक अली ट्रॉफी 10 से 29 जनवरी तक बायो सिक्योर बबल में सात वेन्यू पर खेला जाएगा। बेंगलुरू, कोलकाता, वडोदरा, इंदौर, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद मैचों की मेजबानी करेंगे जिसमें क्वार्टर फाइनल भी शामिल है। सभी 38 टीमों के खिलाड़ी और स्टाफ को हर सेंटर पर मैच शुरू होने से पहले क्वारंटीन रहना होगा और तीन कोविड-19 टेस्ट से गुजरना होगा।
बीसीसीआई ने बताया है कि अहमदाबाद में शुरू होने वाले क्वार्टरफाइनल मैचों से पहले टीमों के दो अतिरिक्त कोविड-19 टेस्ट किए जाएंगे। कोविड-19 टेस्ट दो, चार और छह तारीख को टीमों के होटलों में किए जाएंगे। इसके बाद आठ जनवरी से टीमें अभ्यास शुरू कर सकती हैं।
एक हैरानी वाली बात है कि टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए जितने पैमाने बोर्ड की तरफ से तय किए गए हैं चाहे वो एक मैदान से ज्यादा मैदान, कोविड अस्पताल क्यों न हो, इन सभी की मौजूदगी के बाद भी बोर्ड ने दिल्ली को वेन्यू नहीं चुना है।
मौजूदा विजेता कर्नाटक 10 जनवरी को जम्मू एवं कश्मीर के खिलाफ बेंगलुरू में अपना अभियान शुरू करेगी।
बेंगलुरू, कोलकाता, वडोदरा, इंदौर और मुंबई को पांच इलिट ग्रुप के मैचों की मेजबानी के लिए चुना गया है। चेन्नई प्लेट ग्रुप के मैचों की मेजबानी करेगा।
अहमदाबाद का सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम सभी नॉकआउट मैचों की मेजबानी करेगा इसमें क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल शामिल हैं। 26 और 27 जनवरी को डबल हैडर क्वार्टर फाइनल खेले जाएंगे। 29 जनवरी को सेमीफाइनल और 31 जनवरी को फाइनल खेला जाएगा।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बुधवार को राज्य संघों को एक ई-मेल भेजा है जिसमें लिखा है, "बीसीसीआई अपना 2020-21 घरेलू सत्र 10 जनवरी से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से शुरू करेगी। टीमों को दो जनवरी तक अपने शहर में इकट्ठा होना है और राज्य के नियमों के हिसाब से उनका कोविड-19 टेस्ट और क्वारंटीन किया जाएगा।"