खुलासा: इन वजहों के कारण धोनी को छोड़ना पड़ा भारतीय टीम की कप्तानी..
5 जनवरी, मुंबई (CRICKETNMORE)। भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अचानक से वनडे और टी- 20 टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद से क्रिकेट फैन्स पूरी तरह से चकित हो गए हैं। ऐसे में हर क्रिकेट फैन्स और क्रिकेट पंडित इस बात को लेकर अपनी राय देने में व्यस्त हो गए हैं कि धोनी के वनडे और टी- 20 में कप्तानी पद छोड़ने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं।
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# साल 2019 का वर्ल्ड कप खेलने की ख्वाहिश: इसके कोई शक नहीं कि धोनी दुनिया के बेहतरीन कप्तान में से एक हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से धोनी की करिश्माई कप्तानी पर सवालिया निशान उठाया गया है। साल 2007 से धोनी लगातार भारतीय कप्तान के पद पर काबिज है ऐसे में धोनी क्रिकेट के मैदान पर हमेशा दबाव भरे माहौल में बने रहते हैं। अब जह वर्ल्ड कप 2019 होने में 3 साल का समय शेष है ऐसे में धोनी ने छोटे फॉर्मेट से कप्तानी पद से हटने का फैसला लेकर यह दर्शाने की कोशिस की है कि वो साल 2019 के वर्ल्ड कप में बिना किसी दबाव के खेलना चाहते हैं। धोनी इसके लिए खुद को ढ़ालने में लग गए हैं।
# पिछले 2 साल से वनडे में धोनी की कप्तानी में नहीं दिखा जादूयी करिश्मा: वनडे क्रिकेट में धोनी की कप्तानी पिछले कुछ सालो से कमजोर पड़ी है। इस दौरान धोनी एंड कंपनी की टीम बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में हारी है तो वहीं ऑस्ट्रेलिया में भी भारत को वनडे सीरीज गंवानी पड़ी थी। इसके अलावा सबसे बड़ा झटका क्रिकेट फैन्स को धोनी की कप्तानी में तब लगा जब साउथ अफ्रीका की टीम ने भारत को भारत में वनडे सीरीज में मात दी। हालांकि हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत को जीत मिली लेकिन इस सीरीज में भी धोनी की कप्तानी में वो बात नजर नहीं आई जिसके लिए धोनी जाने जाते हैं।
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# कप्तान के बोझ से धोनी का बल्लेबाजी फॉर्म बिगड़ा: पिछले कुछ समय से धोनी की बल्लेबाजी फॉर्म भी पूरा तरह से चरमरा गई थी। धोनी ने आखिरी वनडे शतक साल 2013 मे जमाया था। कप्तान होने के नाते धोनी पर बल्लेबाजी के फॉर्म पर असर पड़ा जिसके कारण धोनी उस फॉर्म में नहीं दिखाई दिए जिसके लिए धोनी जाने जाते थे। कप्तानी पद से खुद को अलग करने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है।
# कप्तान के रूप में विराट कोहली की अभूतपूर्व कामयाबी: साल 2014 में टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी धोनी ने छोड़ी उसके बाद भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान कोहली बने। कप्तान बनते ही कोहली ने भारत के लिए कमाल किया और भारत को टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन टीम बना दिया। कोहली ने अपनी कप्तानी में ना सिर्फ भारतीय टीम को नई शिखर पर पहुंचाया बल्कि अपने बल्लेबाजी से भी कई असाधारण रिकॉर्ड बनाए।
कप्तान के तौर पर कोहली के करियर को आशातीत कामयाबी मिली। साल 2019 के वर्ल्ड कप को देखते हुए शायद धोनी ने खुद को वनडे और टी- 20 टीम से कप्तान के तौर पर अलग करने का निर्णय लिया ताकि कोहली 2019 तक पहुंचे – पहुंचते एक नई और बड़ी टीम बनाकर वर्ल्ड कप में अपनी टीम का नेतृत्व करें- बिना कोई उथलपुथल के समाप्त हो गया कप्तान धोनी का सफलतम युग...