सुनील गावस्कर बोले,फीस नहीं बढ़ी तो रणजी ट्रॉफी को भारतीय क्रिकेट का अनाथ बच्चा समझा जाएगा
12 जनवरी,नई दिल्ली। 26वें लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल लेक्चर में सुनील गावस्कर ने घरेलू क्रिकेट पर भी बात की और कहा कि रणजी ट्रॉफी में अनकैपड खिलाड़ियों को भत्ता बढ़ना चाहिए ताकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अंतर को कम किया जा सके।
लिटिल मास्टर ने कहा, "आईपीएल रणजी ट्रॉफी पर भारी है। जब तक मैच फीस में बढ़ावा नहीं किया जाएगा रणजी ट्रॉफी को भारतीय क्रिकेट के एक अनाथ बच्चे की तरह समझा जाएगा।"
गावस्कर ने कहा कि बीसीसीआई की आय का वो हिस्सा जो घरेलू खिलाड़ियों के हिस्से में जाता है वो काफी दिनों से बढ़ा नहीं है।
उन्होंने कहा, "रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों का वेतन पिछले कुछ वर्षो से बढ़ा नहीं है और मुझे उम्मीद है कि सौरभ गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद से चीजें बदलेंगी, वह इस ओर ध्यान देंगे। अगर आप 14 दिन आईपीएल खेलने वाले खिलाड़ियों, जो लगातार प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेलते हैं, और जो 80 दिन रणजी ट्रॉफी खेलते हैं, उनके वेतन को देखेंगे तो काफी अंतर पाएंगे, यह काफी बड़ा है। उम्मीद है कि इसमें अंतर होगा।"
गावस्कर ने हालांकि आईसीसी के चार दिन के टेस्ट मैच लाने के विचार पर कुछ भी कहने से मना कर दिया।
उन्होंने कहा, "मैं जो सोचता हूं वो मायने नहीं रखता। मौजूदा खिलाड़ी क्या सोचते हैं वो मायने रखता है क्योंकि उन्हें ही मैच खेलने हैं। उनसे चर्चा की जानी चाहिए। वह मैदान की स्थिति से काफी अच्छे से वाकिफ हैं।"