'अगर विराट कोहली ना होते, तो मैं कभी कमबैक ना कर पाता'-युवराज सिंह
जब से युवराज सिंह ने रिटायरमेंट ली है तब से भारतीय टीम अपने पर्मानेंट नंबर 4 बल्लेबाज को नहीं तलाश पाई है और शायद युवी जैसा खिलाड़ी भारत को कभी मिलेगा भी नहीं। युवी को संन्यास लिए कई साल हो गए हैं लेकिन उनके साथ आखिरी कुछ समय में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और चयनकर्ताओं ने जिस तरह से व्यवहार किया वो आज भी उन्हें और उनके फैंस को दुख देता है।
अब युवी ने अपने वापसी के दिनों को याद करते हुए एक खुलासा किया है। युवी ने कहा है कि अगर विराट कोहली उन्हें सपोर्ट ना करते तो शायद वो कभी भी वापसी ना कर पाते। पूर्व ऑलराउंडर को 2017 में यो-यो फिटनेस टेस्ट में असफल होने के बाद राष्ट्रीय टीम से बाहर कर दिया गया था, हालांकि बाद में उन्होंने इस टेस्ट को पास करके जबरदस्त वापसी की थी। एक समय भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित सदस्य रहे युवराज ने 2012 में टीम में अपनी जगह खो दी थी।
हालांकि, वो टी20 टीम में अपना स्थान बरकरार रखने में कामयाब रहे, लेकिन दिसंबर 2013 से जनवरी 2017 तक उन्हें वनडे टीम से बाहर रखा गया। 2015 विश्व कप से ठीक पहले रणजी ट्रॉफी में लगातार तीन शतक लगाने के शानदार प्रदर्शन के बाद भी युवराज राष्ट्रीय टीम में वापसी नहीं कर पाए थे। हाल ही में युवराज ने तत्कालीन कप्तान विराट कोहली के समर्थन को श्रेय देते हुए अपनी वापसी के बारे में बात की। युवी ने कहा, "जब मैंने भारतीय टीम में वापसी की तो विराट कोहली ने अपनी कप्तानी के दौरान मेरा काफी सपोर्ट किया। अगर विराट मेरा सपोर्ट नहीं करते तो मेरी वापसी कभी नहीं हो पाती।"
Also Read: Live Scorecard
युवराज सिंह भारतीय टीम के लिए 2017 में वापसी करने में सफल रहे थे और विराट कोहली की कप्तानी में पहली सीरीज में उन्हें काफी समर्थन मिला था लेकिन सात महीने बाद फिर से वो टीम से ड्रॉप हो गए थे। उन्होंने अगले दो वर्षों तक पेशेवर क्रिकेट खेलना जारी रखा, लेकिन अंततः 2019 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस के लिए केवल चार मैच खेलने के बाद उन्होंने आईपीएल से भी आगे बढ़ने का सोच लिया।