ICC अवॉर्ड्स की घोषणा, विराट कोहली चुने गए दशक के बेस्ट पुरुष क्रिकेटर, जानें किसे मिला कौन सा अवॉर्ड
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने सोमवार को आईसीस अवॉर्ड्स की घोषणा कर दी, जिसमें भारतीय खिलाड़ियो का दबदबा रहा। विराट कोहली को दो श्रेणियों और धोनी को एक में अवॉर्ड मिला।
भारतीय कप्तान विराट कोहली को पुरुष श्रेणी में इस दशक का बेस्ट वनडे क्रिकेटर चुना है। रनमशीन कोहली ने इस दशक में वनडे में 61.83 की औशत से 10000 से ज्यादा रन बनाए, जिसमें 39 शतक और 48 अर्धशतक शामिल हैं। साथ ही फील्डिंग में कमाल करते हुए 112 कैच भी लपके।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को आईसीसी ने सर गारफील्ड सोबर्स अवॉर्ड से सम्मानित करते हुए इस दशक का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर (ICC Male Cricketer of the Decade) चुना है। विराट ने इस पीरियड के दौरान 20396 अंतर्राष्ट्रीय रन भी बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से किसी भी अन्य बल्लेबाज के मुकाबले 66 शतक और 94 अर्द्धशतक भी निकले हैं। इस बीच 2011 विश्व चैंपियन टीम का हिस्सा रह चुके विराट का औसत भी 56.97 का रहा है।
राशिद खान को आईसीसी ने इस दशक का बेस्ट टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेटर चुना है। साल 2015 में डेब्यू करने वाले राशिद ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 48 मैचों में 89 विकेट हासिल किए हैं। जिसमें उन्होंने दो बार पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों फॉर्मैट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले भरोसेमंद बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को आईसीसी ने दशक के बेस्ट टेस्ट क्रिकेटर के अवॉर्ड से नवाजा है। स्मिथ ने 74 टेस्ट मैचों की 133 पारियों में 7040 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत बहुत ही शानदार रहा है। स्मिथ ने 65.79 की औसत से टेस्ट क्रिकेट में रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 26 शतक और 28 अर्द्धशतक भी निकले हैं।
पूर्व भारतीय कप्तान और वर्ल्ड के बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक महेंद्र सिंह धोनी को आईसीसी की तरफ से इस दशक में खेल भावना(Spirit of The Cricket Award )बनाए रखने के लिए अवॉर्ड दिया गया है।
आईसीसी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल ने इसके बारे में ट्वीट करते हुए लिखा,"एमएस धोनी ने इस दशक में आईसीसी द्वारा दिए जाने वाले खेल भावना अवॉर्ड के विजेता बने है। क्रिकेट फैंस ने उन्हें इसके लिए वोट के माध्यम से चुना है। जब धोनी ने साल 2011 में नाटिंघम टेस्ट में विवादस्पद रन आउट होने के बावजूद उन्हें वापस बुलाया।"