वसीम अकरम ने सटीक यार्कर डालनें में मदद करी : उमेश यादव
लंदन/नई दिल्ली, 26 अगस्त (हि.स.) । भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव ने कहा है कि वह एकदिवसीय श्रृंखला में इंग्लैंड के बल्लेबाजों के खिलाफ यार्कर को अपना हथियार बनायेंगे। यादव ने कहा कि कोलकाता नाइट राइडर्स के गेंदबाजी कोच वसीम अकरम ने उन्हें सटीक यार्कर डालने में काफी मदद की है। मुझे यार्कर को लेकर दिक्कत थी क्योंकि मेरी गेंद पैर के पास रूक जाती थी। वसीम भाई ने इसमें मेरी मदद की।
यादव ने बताया कि वसीम अकरम ने उन्हें कहा है कि जब तुम यार्कर फेंकने जा रहे हो तो पूरा फोकस उस जगह पर करो जहां आप गेंद डालना चाहते हो और यह मत सोचो कि यह लेग साइड में जायेगी। उन्होंने कहा कि पूरे शरीर और उसकी स्थिति के बारे में सजग रहना जरूरी है। यह जानना जरूरी है कि आपका गेंदबाजी करने वाला हाथ गेंद को फॉलो कर रहा है या नहीं और आपको फालो थ्रू कैसा है। शरीर और दिमाग में पूरा तालमेल जरूरी है।
भारत ए के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपनी लय हासिल करने वाले यादव ने कहा कि पारी के पांच विकेट लेने से उनका आत्मविश्वास बढा है और उम्मीद है कि यह लय एकदिवसीय श्रृंखला में कायम रहेगी। उन्होंने कहा कि वह दौरा मेरे लिये बहुत अच्छा रहा। मैने अच्छी गेंदबाजी की और सपाट पिचों पर विकेट लिये। पिच में उछाल था लेकिन वह इतनी तेज नहीं थी जितनी मैने उम्मीद की थी। हमने विकेटों का आकलन करके उसके अनुसार गेंदबाजी की।
यादव ने कहा कि इंग्लैंड में विकेट अपेक्षाकत मुलायम होते हैं लिहाजा वह फुललैंग्थ गेंद डालने की कोशिश करेंगे ताकि गेंद को स्विंग लेने का समय मिल सके। उन्होंने कहा कि वहां गेंद बल्ले पर आने से पहले रुक जाती है। आपको सिर्फ अनुशासित गेंदबाजी करने की जरूरत है, बाकी काम गेंद खुद कर लेगी। यादव ने कहा कि वह इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते कि यार्कर का दौर खत्म हो चुका है बल्कि उनकी नजर में यह गेंदबाज का अहम हथियार है। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि यार्कर कैसे डालनी है लेकिन हर कोई डाल नहीं पाता। यह मानसिकता की बात है। स्पष्ट रणनीति और पूरे आत्मविश्वास के साथ यार्कर डालना जरूरी है। यदि यह सटीक हो तो यार्कर से बेहतर क्रिकेट में कोई गेंद नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/अनूप