VIDEO: क्या रोहित खेलेंगे 2027 का वर्ल्ड कप? इस सवाल पर कोच गंभीर ने जर्नलिस्ट की कर दी बोलती बंद
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा को लेकर हो रही आलोचनाओं पर पलटवार करते हुए सभी आलोचकों की बोलती बंद कर दी है। गंभीर ने कहा कि टीम प्रबंधन कप्तान का आंकलन आंकड़ों से नहीं बल्कि शीर्ष क्रम में उनके आक्रामक रवैये के प्रभाव से करता है। दुबई में ऑस्ट्रेलिया पर शानदार जीत के साथ भारत के चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में पहुंचने के कुछ ही देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक जर्नलिस्ट ने जब रोहित के अंतरराष्ट्रीय भविष्य के बारे में पूछा तो गंभीर ने इस जर्नलिस्ट की अपने जवाब से बोलती बंद कर दी।
गंभीर इस सवाल से खुश नहीं दिखे और उन्होंने साफ किया कि वो और टीम मैनेजमेंट शीर्ष क्रम में रोहित की निडर बल्लेबाजी के जरिए आंकती है ना कि उनकी औसत और उनके आंकड़ों के जरिए। रोहित ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में तीन मैचों में 84 रन बनाए हैं। हालांकि उन्होंने कोई बड़ी पारी नहीं खेली है, लेकिन उन्होंने लगातार भारत को तेज शुरुआत दी है और ये काम उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप 2023 और टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में भी किया था।
गंभीर ने रोहित के बारे में पूछे गए सवाल पर जवाब में कहा, "देखिए, चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल अब आ रहा है। उससे पहले मैं क्या कह सकता हूं? अगर आपका कप्तान इतनी तेज गति से बल्लेबाजी करता है, तो ये ड्रेसिंग रूम को एक बहुत अच्छा संकेत देता है कि हम बिल्कुल निडर और साहसी बनना चाहते हैं। आप रनों से मूल्यांकन करते हैं, हम प्रभाव से मूल्यांकन करते हैं। यही अंतर है।"
गंभीर ने आगे बोलते हुए कहा, "आप आंकड़ों से मूल्यांकन करते हैं, हम प्रभाव से मूल्यांकन करते हैं। पत्रकार के रूप में, विशेषज्ञ के रूप में, आप केवल नंबर, औसत देखते हैं। लेकिन एक कोच के रूप में, एक टीम के रूप में, हम नंबर या औसत नहीं देखते हैं। अगर कप्तान पहले अपना हाथ बढ़ाता है, तो ड्रेसिंग रूम के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।"
Also Read: Funding To Save Test Cricket
वनडे में अपने बेहतरीन शतकों के लिए मशहूर रोहित ने पिछले पांच सालों में इस फॉर्मेट में सिर्फ तीन शतक लगाए हैं। 2023 के वर्ल्ड कप के बाद से, उन्होंने एंकर की भूमिका निभाने के बजाय गेंदबाजों पर जल्दी हमला करने पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है। ये एक सचेत बदलाव रहा है, जिसमें रोहित ने सफेद गेंद वाले क्रिकेट में विफलता के डर के बिना बल्लेबाजी करने के महत्व पर जोर दिया। 2024-25 में खराब टेस्ट सीजन के बाद टीम में उनका भविष्य सवालों के घेरे में आ गया था, लेकिन उन्होंने फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज में शतक लगाकर संदेहियों को चुप करा दिया।