'मुझे माफ कर दो , मुझे बैन मत करो', करियर बचाने के लिए रेफरी के सामने गिड़गिड़ाए थे कोहली
भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान विराट कोहली करियर की शुरुआत में टेस्ट मैचों में अपने फॉर्म को लेकर जूझ रहे थे। तब भारतीय टीम के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी ने विराट को दिग्गजों से आलोचना झेलने के बाद भी टीम में लगातार मौके दिए।
साल 2012 में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। तब ऐसा लग रहा था कि सिडनी में दूसरे टेस्ट के बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। हालांकि कप्तान धोनी ने उन्हें तीसरे टेस्ट में भी प्लेइंग इलेवन में बनाए रखा। पहले ऐसा लगा कि सिडनी में हुए दूसरे टेस्ट में उनके व्यवहार को देखकर शायद उन्हें टीम में शामिल ना किया जाए।
दूसरे टेस्ट में कोहली बाउंड्री पर फील्डिंग रहे थे और उस दौरान ऑस्ट्रेलिया के फैन उन्हें भड़का रहे थे। दर्शकों द्वारा इस चीज को देखकर विराट भी खुद को रोक नहीं पाए और उन्होंने दर्शकों को मिडिल फिंगर दिखा दिया। इसके बाद कोहली की इस हरकत की चर्चा ऑस्ट्रेलिया से लेकर इंडिया मीडिया तक रही।
कोहली ने इस घटना का जिक्र करते हुए साल 2018 में एक खुलासा किया था। उन्होंने तब कहा था कि सिडनी में इस घटना के बाद वो मैच रेफरी के पास गए थे और उनके ऊपर कोई बैन ना लगाने की विनती की थी।कोहली ने कहा कि मैच रेफरी रंजन मदुगले ने उन्हें अपने कमरे में बुलाया और विराट ने उन्हें देखते कहा,"क्या हुआ?"
उसके बाद रेफरी ने कहा कि, कल बाउंड्री के पास क्या हुआ था? कोहली ने कहा,"कुछ नहीं वो छोटा सा मजाक था बस।"
उसके बाद रेफरी ने कोहली की तरफ एक अखबार फेंका जिसमें पहले पेज पर ही कोहली की एक बड़ी फोटो छपी थी जिसमें वो अपना मिडिल फिंगर दिखा रहे हैं।
कोहली ने इसको देखते ही कहा,"मुझे माफ कर दो। कृपा करके मुझे बैन मत करो।" कोहली ने कहा कि रेफरी एक अच्छा इंसान था और वह समझ गया था कि मैं युवा हूं और ऐसी चीजें हो जाती है।